10 वर्षों से प्रतिनियुक्ति पर जमा है मनरेगा अधिकारी, ​भाजपा विधायक भी कमजोर

दमोह। यहां पदस्थ मनरेगा अधिकारी विनोद जैन के सामने तो भाजपा विधायक भी कमजोर पड़ते नजर आ रहे हैं। बताया गया है कि श्री जैन पिछले 10 सालों से प्रतिनियुक्ति पर हैं। यह नियम विरुद्ध है, फिर भी जमे हुए हैं। इनके खिलाफ शिकायतों का अंबार लगा है, कमीश्नर सागर की एक जांच में ये दोषी भी पाए जा चुके हैं, खुद भाजपा विधायक लखन पटेल ने इनकी प्रतिनियुक्ति निरस्त करने पंचायत मंत्री को पत्र लिखा परंतु सब बेकार। विनोद जैन तो अंगद के पांव की तरह जमे हुए हैं। 

प्रतिनियुक्ति से हटाने मंत्री को लिखा था पत्र
जिले के पथरिया विधानसभा के विधायक लखन पटैल ने मनरेगा अधिकारी विनोद जैन जो कि सहायक विकास विस्तार अधिकारी के अपने मूल पद से पिछले दस वर्षों से रोजगार गांरटी में प्रतिनियुक्ति पर हैं, को वापिस अपने मूल पद पर भेजने हेतु प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव को पत्र लिखा था। तत्पश्चात मध्यप्रदेश राज्य रोजगार गारंटी परिषद द्वारा जिला पंचायत दमोह से संबंधित अधिकारी के विरूद्ध विभाग में लंबित जांच एवं शिकायतें मांगी गईं। विधायक लखन पटैल ने अपने पत्र में संबंधित अधिकारी पर आरोप लगाया है कि वे अपने पद का दुरूपयोग कर भ्रष्टाचार मे संलग्न हैं तथा उनकी प्रतिनियुक्ति अवधि शासन कि नियमों के विरूद्ध है।

भेज दी झूठी जानकारी
विभाग को मिले राज्य रोजगार गांरटी परिषद के पत्र क्रमांक 6152 दिनांक 5/7/2016 के विरूद्ध जिला पंचायत दमोह ने संबंधित मनरेगा अधिकारी के विरूद्ध जांचें एवं शिकायतें होने के बाद भी परिषद को झूठी जानकारी भेज दी। 

शिकायतों का हैं अम्बार
मनरेगा अधिकारी विनोद जैन के विरूद्ध गंभीर अनियमितता करना, आर्थिक अनियमितता तथा ग्राम पंचायतों से संबंधित अनेक शिकायतें होने के बाद भी जिला पंचायत दमोह के जिम्मेदारों ने रोजगार गारंटी परिषद को गुमराह किया तथा उनको झूठी जानकारी देते हुए कहा कि संबंधित अधिकारी की जानकारी निरंक है। जबकि समाधान ऑन लाईन में शिकायत क्रमांक 303414, 227001, 329260 सहित अनेक शिकायतें दर्ज हैं। इतना ही नहीं कमिश्नर सागर द्वारा अपने विभिन्न जिलों के अधिकारियों से कराई गई जांच में इस अधिकारी को दोषी पाया गया था तथा अपने पत्र क्रमांक 50/सात/मनरेगा/क्.10 दिनांक  25/2/2016 में कलेक्टर दमोह को संबंधित अधिकारी पर कार्यवाही करने तथा शासकीय राशि की वसूली हेतु लेख किया गया था। परंतु कलेक्टर दमोह को इस संबंध में कोई जानकारी ही नहीं दी गई। 

इतना ही नहीं बार बार कमिश्नर कार्यालय द्वारा रिमाइंडर जारी किए जाते रहे परंतु जिला कलेक्टर दमोह को इन बातों से अनजान रखा गया और अब भाजपा विधायक द्वारा की गई शिकायत को भी नजर अंदाज करते हुए जिला पंचायत सीईओ डॉ. जगदीश जटिया द्वारा परिषद को झूठी जानकारी भेज दी गई।

इनका कहना है 
मनरेगा परियोजना अधिकारी को हटाने के लिए मैने मंत्री जी को पत्र लिखा था और विभाग द्वारा संबंधित को बचाने के लिए झूठी जानकारी प्रेषित की गई है तो सभी पर कार्यवाही के लिए मैं मुख्यमंत्री केा लिखूंगा। 
लखन पटैल, 
भाजपा विधायक, पथरिया, दमोह

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