कर्मचारियों की हड़ताल: पूरा मंत्रालय हिल गया लेकिन सरकार टस से मस नहीं हुई

भोपाल। मप्र मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के बैनर तले की जा रही हड़ताल दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रही। सिर्फ प्रमुख सचिव, सचिव और उप सचिव स्तर के अधिकारी ही मंत्रालय पहुंचे। अवर सचिव, कर्मचारी, प्यून, मंत्रियों व अफसरों के निज सचिव और निज सहायक हड़ताल पर रहे। हड़ताल के कारण कई काम ठप रहे, अफसरों को पीने का पानी साथ लेकर आना पड़ा, लेकिन सरकार ने हड़तालियों को बातचीत के लिए नहीं बुलाया। संघ के पदाधिकारियों ने लंच टाइम के पहले मंत्रालय के बाहर नारेबाजी की।

संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक ने बताया कि 24 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल की गई। मांगों में केंद्र सरकार, छग और विधानसभा के रिपोर्टर पद एवं अन्य राज्यों की तरह सेक्शन ऑफिसर्स और निज सचिवों का वेतनमान 8000 रुपए किया जाए। तकनीकी कर्मचारियों को दूसरा समयमान 5500 रु. दिया जाए, मंत्रालयीन आवासीय प्रोजेक्ट के लिए जमीन आवंटन प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। 

साख सहकारी समिति के लेनदार सदस्यों की लेनदारी का भुगतान समयबद्ध कार्यक्रम बनाकर किया जाए। संस्था का परिसमापन किया जाए, उप सचिवों व अनुभागीय अधिकारियों को मोबाइल भत्ता दिया जाए, केंद्र की तरह अर्जित अवकाश की संग्रह सीमा 300 दिन करने समेत अन्य कुछ मांगें शामिल हैं।

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