आफत की बारिश के बावजूद आस्था का सैलाब

उज्जैन। आसमान से बरसी आफत के एक दिन बाद महाकाल की इस नगरी में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। अमावस्या पर पर्व स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं के उज्जैन पहुंचने का सिलसिला जारी है। माना जा रहा था कि गुरूवार को हुए हादसे के बाद लोग सिंहस्थ स्नान की योजना फिलहाल टाल देंगे। 

शुक्रवार तड़के से ही रामघाट सहित आठ किलोमीटर तक स्नान घाट पर श्रद्धालुओं का जमघट लगा हुआ है। अनुमान लगाया जा रहा है कि अमावस्या पर करीब 25 लाख लोग क्षिप्रा में 'मोक्ष' की डुबकी लगाएंगे। मध्यप्रदेश के उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ कुंभ के दौरान गुरुवार को आंधी और तेज बारिश ने कई पंडाल गिरा दिए, जिसमें दबकर एक साधु एवं सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 40 से ज्यादा घायल हो गए। समूचे मेला क्षेत्र में पानी भर गया।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार को पंचकोशी परिक्रमा कर रहे श्रद्धालु दोपहर के समय मंगलनाथ क्षेत्र के पंडालों में आराम कर रहे थे, तभी तेज आंधी चली और तेज बारिश के कारण एक साथ कई पंडाल गिर गए। इन पंडालों में बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालु दब गए।

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