इंदौर। पेपर आउट मामले में जांच कर रही एसटीएफ ने आरोप सिद्ध पाया है कि राज्यसेवा परीक्षा-2012 का पर्चा खुले बाजार में बिक गया था। वो लीक हो गया था। जांच में पाया गया कि 20 उम्मीदवारों के पास तक यह पेपर पहुंचा था। अब राज्य सेवा परीक्षा रद्द होने की संभावना बढ़ गई है। इसी सप्ताह आयोग की बैठक भी हो सकती है।
पीएससी की राज्यसेवा परीक्षा-2012 डेढ़ साल से अधर में है। जुलाई 2014 में इस परीक्षा के अंतिम चरण यानी इंटरव्यू होना थे। इससे ठीक पहले पीएससी की दो परीक्षाओं राज्य सेवा और आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के पर्चे लीक होने की बात सामने आई।
पीएससी ने नवंबर 2014 में आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी की परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया लेकिन राज्यसेवा परीक्षा पर कोई फैसला नहीं लिया। उम्मीदवारों का बड़ा वर्ग इस परीक्षा को निरस्त करने की मांग कर रहा था।
पीएससी ने एसटीएफ की ओर से तथ्य उपलब्ध करवाने के बाद ही निर्णय की बात कही थी। बीते दिनों इसी मुद्दे पर याचिका भी दायर हो चुकी है। कोर्ट ने एसटीएफ को रिपोर्ट सौंपने और पीएससी को इस आधार पर निर्णय करने के लिए 120 दिन का समय दिया है।
लीक हुआ और बिका
पीएससी ने एसटीएफ से रिपोर्ट मिलने की बात स्वीकार की है। हालांकि आयोग रिपोर्ट के तथ्य और परीक्षा के भविष्य पर टिप्पणी नहीं कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में एसटीएफ ने पीएससी को बताया कि उसकी जांच में करीब 20 लोगों द्वारा पेपर खरीदने की पुष्टि हो चुकी है।
लीक पेपर खरीदने वाले उम्मीदवारों में से पांच के नाम मुख्य परीक्षा की चयन सूची में भी हैं। इंटरव्यू के अंतिम दौर की चयन सूची में भी इनमें से दो उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। कुल मिलाकर एसटीएफ ने पेपर लीक होने और दलालों के द्वारा बेचे जाने की पुष्टि कर दी है।
सप्ताहभर में फैसला
एसटीएफ की रिपोर्ट मिल गई है। परीक्षा रद्द करने या न करने का निर्णय आयोग के सदस्य करेंगे। विशेष बैठक बुलाकर सप्ताहभर में निर्णय कर लिया जाएगा। परीक्षा के भविष्य पर अभी कुछ भी कहना उचित नहीं होगा। -मनोहर दुबे, सचिव मप्र लोकसेवा आयोग
फरवरी 2013 में हुई थी राज्सेवा प्रारंभिक परीक्षा-12
जून-2013 में इसका रिजल्ट आया
अक्टूबर-2013 में मुख्य परीक्षा हुई
फरवरी में मुख्य परीक्षा का रिजल्ट आया और जुलाई 2014 में इंटरव्यू होने थे
मई-2014 में आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी परीक्षा का पर्चा लीक होने का खुलासा
एसटीएफ ने पर्चा लीक करने वाली गैंग पकड़ी
नवंबर में पीएससी ने आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी परीक्षा रद्द कर दी पीएससी पर निर्णय टाला
दोनों पक्षों पर विचार
एसटीएफ रिपोर्ट के आधार पर बैठक में परीक्षा के भविष्य पर चर्चा होगी। तर्क दिए जा रहे हैं कि सिर्फ गिनती के लोगों को फायदा पहुंचने के तथ्य एसटीएफ ने दिए हैं लिहाजा इन लोगों पर कार्रवाई कर शेष परीक्षा को यथावत रखा जाए। हालांकि ऐसा करने पर पूरी प्रक्रिया के संदेह में आने और विश्वसनीय पर सवाल खड़े होंगे। क्योंकि इससे पहले ऐसे ही आधार पर एक परीक्षा रद्द हो चुकी है।
दूसरी ओर पीएससी पूरी परीक्षा रद्द करता है तो उसे फिर से पूरी प्रक्रिया करवाना होगी। ऐसे में अंतिम दौर में चयनित उम्मीदवारों का असंतोष सहना होगा। लिहाजा निर्णय आयोग के सदस्यों पर छोड़ा गया है।
- इनपुट: लोकेश सोलंकी, पत्रकार, इंदौर