संकुल प्राचार्य ने कलेक्टर को ही लताड़ डाला

छिंदवाड़ा। मंगलवार जनसुनवाई में आई नेत्रहीन शिक्षिका को रिलीव न करने के मामले में प्रभारी कलेक्टर सुरभि गुप्ता को अभद्रता का सामना करना पड़ा। उन्होंने इस अध्यापिका  को तुरंत न्याय दिलाने के लिए संकुल प्राचार्य को फोन लगाया था।

फोन पर कलेक्टर को सम्मान देने की बजाय प्राचार्य उल्टा बोल गए। इस पर कलेक्टर ने तुरंत जिला शिक्षा अधिकारी को तलब किया और अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए। उसके बाद देर शाम तक डीईओ ऑफिस में इस प्राचार्य का निलम्बन प्रस्ताव तैयार किया गया, जिसे कमिश्नर जबलपुर को भेजा जाएगा।

चांद के पास ग्राम कुहिया के उमा विद्यालय संकुल के अधीन माध्यमिक शाला सलैया में नेत्रहीन अध्यापक संगीता डेहरिया ने शैक्षणिक व्यवस्था के अधीन हाईस्कूल बोरिया संकुल केन्द्र उमावि अतरवाड़ा में अध्यापन कार्य की अनुमति संकुल प्राचार्य सरेयाम से मांगी थी।

इस आवेदन पर प्राचार्य ने कोई निर्णय नहीं लिया तो अध्यापिका ने जनसुनवाई में आवेदन प्रस्तुत कर दिया। इस पर प्रभारी कलेक्टर ने फोन लगाया तो शालीनता से जवाब देने की बजाय संकुल प्राचार्य ने अभद्रता कर दी।

थानेदार से कहा-प्राचार्य को लेकर आआे
प्रभारी कलेक्टर ने सम्बंधित थाना प्रभारी से तुरंत कहा कि सम्बंधित प्राचार्य को कलेक्टर न्यायालय में तुरंत उपस्थित करें। जिला शिक्षा अधिकारी से भी कहा कि सम्बंधित प्राचार्य के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव तत्काल संभागीय आयुक्त को प्रेषित करें व वेतन आहरण भी नहीं किया जाए। पत्रिकाÓ से बातचीत में गुप्ता ने कहा कि वे प्राचार्य पर अनुशासनात्मक कार्रवाई कराएंगी।

कलेक्टर ने खुद कर दिया रिलीव
नेत्रहीन अध्यापिका की प्रताडऩा को देखकर प्रभारी कलेक्टर ने खुद जिला पंचायत सीईआे की पदमुद्रा से उसे हाईस्कूल बोरिया के लिए रिलीव कर दिया। जिस पर  प्राचार्य को निर्णय लेना था। यह अध्यापिका डीईओ ऑफिस में दिखाई दी।

डीईओ ऑफिस में निलम्बन प्रस्ताव तैयार
कलेक्टर के अपमान का मामला होने पर शिक्षा अधिकारी अरूण इंगले समेत अन्य अधिकारी तुरंत हरकत में आए और इस प्राचार्य की खैर खबर ली। इसके बाद डीईओ ऑफिस में शाम तक प्राचार्य के निलंबन का प्रस्ताव तैयार होता रहा, जिसे कमिश्नर जबलपुर को भेजने की बात डीईओ ने कही।

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