भोपाल। यूं तो दिग्गीबाबा दुनिया भर की परतें उतारते रहते हैं परंतु उनके अपने गांव में क्या हो रहा है शायद उन्हे पता ही नहीं, या यूं कहिए कि उनकी छत्रछाया में तो पटवारी भी करोड़पति हुए जा रहे हैं। जी हां, मामला राधौगढ़ निवासी पटवारी मोहन मीणा का है, जिसके ठिकानों पर लोकायुक्त छापामार कार्रवाई कर रही है और 10 करोड़ से ज्यादा ब्लेकमनी मिलने की उम्मीद है।
ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस ने शनिवार सुबह राघौगढ़ और मधुसूदनगढ़ में एक साथ छापे की कार्रवाई की। अंदाजा लगाया जा रहा है कि जांच में काली कमाई का आंकड़ा 10 करोड़ तक पहुंच सकता है। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि पटवारी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हए काली कमाई से राघौगढ़ में एक कॉलोनी विकसित की। इसके अलावा जमीन में भी भारी निवेश का खुलासा हुआ है।
लोकायुक्त निरीक्षक मनीष शर्मा ने बताया कि राघौगढ़ की साडा कॉलोनी और मधुसूदनगढ़ स्थित आलीशान बंगले पर एक साथ छापे की कार्रवाई की गई।
लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक, ग्रामीण इलाकों में भी जमीन में निवेश के दस्तावेज मिला है। पटवारी ने कुछ संपत्ति अपने पिता के नाम पर भी ट्रांसफर कर दी थी। इसकी भी जांच की जा रही है। हलका नंबर 29,30 में पदस्थ पटवारी के मकान से नकदी और सोने-चांदी के जेवरात भी मिले है। लोकायुक्त पुलिस अब बैंक खातों और लॉकर की जानकारी भी जुटा रही है। काली कमाई का कुबेर यह पटवारी जिला पटवारी संघ में सचिव है।