चंडीगढ़। 7वें वेतन आयोग को लेकर भाजपाई मंत्री ने कुछ ऐसा कह दिया कि भड़क गए कर्मचारी और बवाल मच गया। साथ में एक नई बहस भी छिड़ गई। कुरुक्षेत्र से बीजेपी सांसद राजकुमार का कहना है कि यह आयोग देश के लिए उचित नहीं होगा। दो दशकों बाद असमानता के ऐसे हालात बनेंगे कि बेरोजगारों की फौज सरकारी कर्मचारियों-अधिकारियों को ही लूटने सड़कों पर निकल आएगी।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में मीट दी प्रेस कार्यक्रम में पत्रकारों से बातचीत में सैनी ने कहा कि देश में सरकारी कर्मचारी तो हजारों-लाखों रुपये वेतन ले रहे हैं, वहीं निजी क्षेत्र में काम कर रहे युवाओं को चार से आठ हजार रुपये प्रतिमाह से काम चलाना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकारी क्षेत्र में जहां सुनिश्चित रोजगार है, वहां वेतनमान कम होने चाहिए और जहां रोजगार में स्थायित्व नहीं है, वहां वेतनमान ज्यादा होने चाहिए। सैनी ने कहा कि इस समय देश में सरकारी और निजी क्षेत्र में वेतनमान का बहुत बड़ा अंतर है और यही असमानता एक-एक सरकारी पद के लिए लाखों आवेदनों को आकर्षित कर रही है। उन्होंने कहा कि ऐसा ही चलता रहा तो एक दिन असमानता का मामला धमाके की तरह फूटेगा, तब बेरोजगारों की फौज सड़कों पर उतर कर लूटपाट करेगी और सरकारी अफसरों-कर्मचारियों केही कपड़े फाड़ेगी।