शिवराज के CM रहते व्यापमं की निष्पक्ष जांच असंभव: कांग्रेस

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का घूसवाला शपथ पत्र सामने आने के बाद कांग्रेस ने दावा किया है कि शिवराज सिंह चौहान के सीएम रहते व्यापमं घोटाले की निष्पक्ष जांच असंभव है। वो सबूतों एवं गवाहों से छेड़छाड़ करने के लिए पद का दुरुपयोग कर रहे हैं। 

कांग्रेस, विश्व हिन्दी सम्मेलन के राजधानी भोपाल में आयोजित समागम में शिरकत करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी व्यापमं महाघोटाले को लेकर मुलाकात करेगी। इस बाबत् प्रधानमंत्री सचिवालय से पार्टी ने मुलाकात के लिए समय भी मांगा है।

आज यहां जारी अपने बयान में केके मिश्रा ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर अंतर्राष्ट्रीय क्षितिज पर प्रदेश को बदनाम कर देने वाले इस महाघोटाले की जांच सीबीआई ने प्रारंभ कर दी है, किंतु मुख्यमंत्री के निर्देश पर इससे संबंधित साक्ष्य न केवल नष्ट किये जा रहे हैं, जांच को प्रभावित भी किया जा रहा है, बल्कि इस महाघोटाले से संबद्ध व्हिसल ब्लोअर को भी मुख्यमंत्री द्वारा बुलाकर उन्हें इस मुद्दे पर खामोश रहने का दबाव और प्रलोभन भी दिया जा रहा है, जो अत्यंत गंभीर मसला होकर कांग्रेस के उक्त विषयक आरोप को स्पष्ट कर रहा है। 

उन्होंने कहा कि आखिरकार क्या कारण है कि मुख्यमंत्री एक ओर इस महाघोटाले की जांच और न्याय प्रणाली पर भरोसा जताने की बात तो कर रहे हैं, किंतु दूसरी ओर उन्हें ऐसे हथकंड़े अपनाने की आवश्यकता क्यों पड़ रहीं है? डाॅ. राय द्वारा इस विषयक उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में दिये गये शपथ-पत्र पर सीबीआई को भी संज्ञान लेना चाहिए। 

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