निश्चल नारायनम: 19 की उम्र में बन गया सीए

इंदौर। 'निश्चल नारायनम' यह उस युवा का नाम है जिसने अपनी विलक्षण प्रतीभा से संपूर्ण विश्‍व को अचंभित कर दिया है। सिर्फ 19 साल की उम्र में चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने वाले ये देश के सबसे कम उम्र के सीए हैं। 10 अगस्त 1995 को जन्में निश्चल हैदराबाद की उस्मानिया विश्र्वविद्यालय से कॉमर्स में पोस्ट ग्रेजुएट के साथ ही गणित में भी पोस्ट ग्रेजुएट हो चुके हैं।

बुधवार को शहर आगमन पर विशेष चर्चा में निश्चल ने बताया कि ये आसान नहीं था, लेकिन मैं शायद इसी के लिए था। नारायनम के प्रतिभाशाली दिमाग का पता कभी चल गया था जब उन्होंने 8 वर्ष की उम्र में ही संस्कृत की परीक्षाओं को पास कर लिया था, जो मास्टर डिग्री के बराबर होती है।

लिखी है मैथमेटिक्स पर बुक
जब नारायनम 9 साल के थे, तभी वे अपने पिता की कंपनी में बनने वाली बैलेंस सीट की गलतियां खुद ही सही कर देते थे। वे बताते हैं कि उन्होंने गणित पर कई किताबें भी लिखी हैं। 10 साल की उम्र में उन्होंने पहला गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड जीता था, जब उसने 225 रैंडम ऑब्जेक्ट्स के नाम केवल 12 मिनट के भीतर याद कर लिए थे।

उनकी इस असाधारण उपलब्धि के लिए उन्हें राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अपने किशोरावस्था में नारायनम ने सीए बनने के लिए कैंब्रिज विश्‍वविद्यालय की बेसिक लेवल की परीक्षा उत्तीर्ण की। साल 2009 में उन्होंने कैम्ब्रीज युनिवर्सिटी से 8 वी से लेकर 12 वीं तक की परिक्षा एक ही साल में पास की थी।

दूसरा गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड
निश्चल को उसका दूसरा गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड तब मिला था जब निश्चल ने 1 मिनट के भीतर 132 रैंडम अंक याद कर लिए थे। 15 वर्ष की उम्र में उन्होंने सीए का सैकेंड लेवेल की परीक्षा भी पास कर ली और फिर सबसे कम उम्र में किसी कंपनी का संरक्षक (मेंटर) बन गया।

खोली खुद की कंपनी
निश्चल ने स्मार्ट लर्निंग सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी खोली जो पढाई को आसान बनाने के लिए लोगों के सुझाव आमंत्रित करती है। नेशनल जियोग्राफ्रिक चैनल ने नारायनम को दुनिया के 7 प्रतिभाशाली दिमागदारों की सूची में शामिल किया है।

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