नईदिल्ली। घाटे में चल रहे रेल मंत्रालय ने ट्रेन में चूहों को पकड़ने के लिए प्रति चूहा 10 हजार रुपए का भुगतान किया है। पिछले 8 महीने की अवधि में 1214 चूहे पकड़ने के लिए रेल विभाग ने 10 लाख रुपए खर्चा कर डाला।
चूहों को पकड़ने के लिए आउटसोर्स पर 10 कर्मचारी तैनात हैं जो रोजाना 12 ट्रेनों के 96 कोचों में रैट कैचर लगाकर चूहों को पकड़ते हैं। आठ महीनें में सर्वाधिक 330 चूहे गोरखपुर-कोलकाता से पकड़े गए। 8 महीनों में इन कर्मचारियों को दिया गया कुल वेतन व भत्ते 10 लाख रुपए से ज्यादा है जबकि आउटसोर्स किए गए इन कर्मचारियों ने अब तक कुल 1214 चूहे पकड़े हैं।
- क्या नुकसान पहुंचाते हैं चूहे
- यात्रियों के खाने-पीने का सामना खा डालते हैं
- सीट कवर को कुतर कर खराब कर देते हैं
- एसी कोच में बेडरोल को भी कुतरने में परहेज नहीं करते
- कभी-कभी लाइट और पंखों का तार भी काट देते हैं