नौकरी नहीं मिली तो क्रिमिनल बन गया

इंदौर। व्यापारियों ने यहां एक शातिर ठग को पकड़ा है। पूछताछ में उसने बताया कि वो सरकारी नौकरी के लिए लगातार कोशिश कर रहा था परंतु नौकरी नहीं मिली। परिवार के तानों से तंग आकर वो घर से निकल आया और क्रिमिनल बन गया। उसे मालूम है कि ठगी एक क्राइम है लेकिन इसके अलावा उसके पास कोई आप्शन भी नहीं है।

पुलिस के मुताबिक भरतपुर का रहने वाला राजीव उर्फ बबलू पिता ब्रजेंद्र सिंह ने छह वारदात कबूली है। उसने अपना स्वीट्स, मोदी पेट्रोल पंप, पुष्पा ज्वेलर्स, मारोठिया बाजार के व्यापारी, सराफा व्यापारी और एक नमकीन फर्म के संचालक को ठगा है। बबलू बीए पास है।

उसकी पत्नी की मौत हो गई। पिता भरतपुर में रहते है। वे बीमा कंपनी से रिटायर्ड है। एक भाई भी है, लेकिन वे बबलू की करतूतों को देख उसे छोड़ चुके हैं। नौकरी नहीं होने पर बबलू लोगों को ठगी करने लगा। पलासिया पुलिस अन्य वारदातों के बारे में पूछताछ कर रही है।

ऐसे लगा व्यापारियों के हाथ
ठग अपना स्वीट्स के कर्मचारी अभिषेक पांडे और संचालक प्रकाश राठौर की तत्परता से पकड़ाया है। वह दुकान में सात माह पहले वारदात कर फरार हो गया था। वह सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था। राठौर ने उसके फुटेज निकालकर शहर के मुख्य व्यापारियों को बांट दिए और सचेत कर दिया। सात माह बाद बबलू फिर अपना स्वीट्स पर आया तो अभिषेक ने उसे पहचान लिया। राठौर ने कर्मचारियों के साथ मिलकर घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया।

मौसेरे भाई के कमरे से मिले हजारों रुपए
पुलिस शुक्रवार को बबलू की निशानदेही पर इंद्रा नगर में रहने वाले उसके मौसेरे भाई के घर पहुंची। वहां उसकी पेंट की जेब में से 17 हजार स्र्पए जब्त किए। यह स्र्पए राठौर के हैं जो खुल्ले स्र्पए देने के बहाने लेकर भाग गया था।

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