सीनाजोरी: घोटाले के समर्थन में हाईकोर्ट की व्यवस्था को चुनौती

भोपाल। आपने तमाम घोटाले पढ़े होंगे। उनका खुलासा घोटाला घटित हो जाने के बाद होता है और सरकारें कहतीं हैं कि यदि समय रहते पता चल जाता तो इसे रोका जा सकता था, परंतु मप्र का डीमेट घोटाला ऐसा है जो सबके सामने हो रहा है। हाईकोर्ट उसे रोकने की कोशिश कर रहा है लेकिन APDMC घोटाले के समर्थन में हाईकोर्ट के खिलाफ लड़ने की तैयारी कर रही है।

डीमेट परीक्षाओं के मामले में एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट डेंटल एंड मेडिकल कॉलेज (एपीडीएमसी) खुले मैदान में आ गई है। हाईकोर्ट द्वारा दी गई निष्पक्ष परीक्षा प्रणाली को स्वीकार करने से इंकार करते हुए हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रही है। एसेसिएशन में शामिल एक मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर ने इसकी पुष्टि की है।

पैसे ले लिए हैं, लौटा नहीं सकते
कॉलेज संचालकों का कहना है कि डीमेट में पास कराने के लिए पैसे ले लिए हैं। अभ्यर्थी अपना पैसा वापस लेने को भी तैयार नहीं हैं। यदि वो पास नहीं हो पाए तो धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराने की धमकियां दे रहे हैं। इसलिए हाईकोर्ट के निर्देशानुसार परीक्षा कराना संभव नहीं है। ऐसा हुआ तो हम बर्बाद हो जाएंगे।

नए विकल्पों की तलाश की थी
हाईकोर्ट के आदेश के बाद परीक्षा स्थगित कर दी थी और नए विकल्पों की तलाश की थी परंतु कहीं कोई रास्ता दिखाई नहीं दे रहा। इधर ऐजेंटों ने प्रेशर बनाना शुरू कर दिया है। इसलिए तय किया गया कि पारंपरिक तरीके से परीक्षा कराने के लिए हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी जाएगी। मामले को इतना उलझाया जाएगा कि टाइम बाउंडेशन के नाम पर अनुमति मिल जाए।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !