उज्जैन। सत्ता के नशे में चूर हिन्दू संस्कारों वाली पार्टी भाजपा के विधायक ने ही महाकाल का अपमान कर डाला। भस्मारती के समय जबकि गर्भग्रह में पुजारियों के अलावा सभी को प्रवेश वर्जित होता है, भाजपा विधायक मोहन यादव गर्भग्रह में घुस गए, जबकि भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय एवं संगठन महामंत्री अरविंद मेनन तक बाहर खड़े थे। पूरी आरती के दौरान यादव गर्भगृह में ही खड़े रहे जबकि परंपरा अनुसार इस समय केवल पुजारी ही गर्भगृह में जा सकते हैं। अन्य कोई भी नहीं। चाहे वह कितना भी विशिष्ट क्यों न हो।
अब एक ओर हिन्दू धर्म से जुड़े लोग इस घटना की निंदा कर रहे हैं तो दूसरी ओर प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहा है लेकिन असली सवाल तो संस्कारों का है। क्या भाजपा में संस्कार शेष नहीं रह गए।