नईदिल्ली। आजकल जो दिन सुषमा स्वराज को देखने पड़ रहे हैं, ऐसा तो कभी नहीं हुआ। एक वक्त था जब लोकसभा में सुषमा स्वराज की आवाज गूंजती थी। सुषमा स्वराज अड़ जातीं थीं तो कांग्रेस सरकार हिल जाती थी लेकिन आज कांग्रेस अड़ गई है और सुषमा के खिलाफ शोर इतना तेज है कि कोई उनकी बात तक सुनने को तैयार नहीं।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मीडिया से कहा कि उन्होंने आइपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज जारी करने के लिए ब्रिटिश सरकार से कोई अनुरोध नहीं किया था और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार व तथ्यहीन हैं।
उनका यह बयान भी मीडिया में ना जाने कहां छिप गया। कांग्रेसियों ने इस बयान का कोई जवाब ही नहीं दिया। मीडिया ने भी इसे कोई खास तवज्जो नहीं दी। अखबारों में यदि किसी पेज पर जगह बच गई थी तो छाप दिया गया।
सदन के नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सुषमा स्वराज एक बयान देंगी ताकि चर्चा शुरू हो सके। सुषमा ने कहा कि वह पहले दिन से कह रही हैं कि वे अपने खिलाफ लगाए आरोपों का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। सुषमा ने हंगामे के बीच ही कहा कि वह दो हफ्तों से इस उम्मीद में रोजाना सदन में आ रही हैं कि वह इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण दे सकेंगी।