मण्डला। अध्यापक, शिक्षक और अन्य कर्मचारी जिनके बिल एज्यूकेशन पोर्टल से जनरेट होते हैं उनके बिल जिला कोषालय द्वारा आपत्ति लगाकर लौटाये जा रहे हैं। जिला कोषालय का कहना है कि कर्मचारी के एज्यूकेशन पोर्टल पर जनरेटेड बिल और मैनुअल बिल के बजट हेड में अंतर होने के कारण बिल नहीं लेंगें।
राज्य अध्यापक संघ म.प्र.के जिला शाखा अध्यक्ष डी.के.सिंगौर और सचिव रवीन्द्र चैरसिया ने संयुक्त विज्ञप्ति जारी कर बताया कि डी.डी.ओ. द्वारा बकायदा पोर्टल पर सही बजट हेड डालकर बिल जनरेट किये जाते हैं लेकिन पोर्टल की तकनीकी गड़बड़ी के कारण जनरेटेड बिल में सही हेड प्रदर्शित नहीं होता हैं। जिला कोषालय द्वारा अभी तक इसी प्रकार बिल लिये जाते रहे हैं लेकिन डी.डी.ओ. और विभाग को बिना आगाह किये अचानक बिल लौटाये जाने पर संघ ने आपत्ति व्यक्त की है एवं कलेक्टर मण्डला को पत्र लिखकर मांग की है कि जब तक पोर्टल की यह तकनीकी खामी दूर नहीं होती बिल कोषालय द्वारा न लौटायेे जाये। संघ ने कलेक्टर को यह भी अवगत कराया है कि कोषालय के कम्प्यूटर सिस्टम में वेतन एवं छात्रवृत्ति के बिल नहीं लगाने दिये जा रहे हैं डी.डी.ओ से कहा जा रहा है कि वे अपना कनेक्शन लेकर स्वयं बिल लगायें। संघ ने मांग की है कि जब तक सभी डी.डी.ओ. में स्वान कनेक्टीविटी नहीं मिल जाती वैकल्पिक व्यवस्था की जाये। संघ ने 75 वेतन हेड में आवंटन समाप्त होने की भी समस्या बताई है। जिससे कई डी.डी.ओ. में वेतन की समस्या हो गई है।