महिला शिक्षक पर कलेक्टर की अतिरिक्त कृपा: विधानसभा में उठा सवाल

भिंड। एक महिला शिक्षक पर कलेक्टर की अतिरिक्त कृपा इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। कलेक्टर ने इस महिला शिक्षक को विशेष कर्मचारी का अघोषित दर्जा दे रखा है। सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी कलेक्टर उनके साथ मंच शेयर कर लेते हैं। इस मामले को कलेक्टर के खिलाफ अभियान चला रहे विधायक गोविंद सिंह ने विधानसभा में उठाया है।

इससे पहले वो जिला पंचायत में अटैच थीं। कुछ समय पहले उन्हें सीईओ जिला पंचायत ने स्कूल में पढ़ाने के लिए रिलीव किया तो उन्होंने सीईओ को पत्र लिखकर जवाब दे दिया कि कलेक्टर ने उन्हें गोपनीय डाटा फीडिंग कार्य के लिए कलेक्टोरेट में अटैच कर रखा है।

दरअसल, जिले में शिक्षक किसी नेता और मंत्री से भी अधिक पावरफुल हो गए हैं। इसलिए न तो उनके बेजा अटैचमेंट निरस्त किए जा रहे हैं और न ही उन्हें स्कूल शिक्षा विभाग की गाइडलाइन की परवाह है। अफसरों से नजदीकी का भी शिक्षक लाभ उठा रहे हैं। हाल में एेसे ही एक मामले ने अफसरों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए।

यह मामला है सहायक अध्यापक अंजना सिरोठिया का। वह मूलत: आदर्श प्राथमिक विद्यालय में पदस्थ हैं, लेकिन एक साल से स्कूल नहीं गईं। अंजना व जिपं में कार्यरत शिक्षक विभेष तोमर को हाल में सीईओ जिपं आर पी भारती ने स्कूल जाने के लिए रिलीव भी कर दिया, लेकिन मैडम स्कूल नहीं पहुंचीं। बल्कि कलेक्टर मधुकर आग्नेय ने उन्हें कलेक्टोरेट में अटैच कर लिया। स्कूल से नदारद रहने पर जिला पंचायत सीईओ ने नोटिस देकर शिक्षिका से जवाब भी मांगा। जवाब में शिक्षिका ने पत्र में लिखा कि वे कलेक्टर के आदेश से गोपनीय डाटा फीडिंग का कार्य कर रही हैं।

शिक्षण व्यवस्था बिगड़ी
करीब पांच सौ शिक्षकों के अटैचमेंट की वजह से जिले की शिक्षण व्यवस्था बिगड़ गई है। अटैचमेंट समाप्त करने के लिए फाइल प्रभारी मंत्री तक पहुंच गई है। लेकिन अब तक आदेश नहीं जारी किए गए हैं।
दीपक कुमार पाण्डेय, डीईओ

मुझे जानकारी नहीं
शिक्षिका अंजना सिरोठिया के मामले की जानकारी लेकर कार्रवाई करूंगी। शिक्षकों के अटैचमेंट के संबंध में मुझे जानकारी नहीं है।
माया सिंह, प्रभारी मंत्री, भिंड

अटैचमेंट समाप्त हों
सरकारी दफ्तरों में काम कर रहे शिक्षकों का अटैचमेंट समाप्त होना चाहिए। इस मामले की मैं जानकारी लेता हूं।
नरेन्द्र सिंह कुशवाह, विधायक, भिंड

इसकी जानकारी लूंगा
जिपं ने सहायक अध्यापक अंजना सिरोठिया समेत दो को स्कूल के लिए रिलीव कर दिया है। अटैचमेंट समाप्त होने के बाद भी शिक्षिका स्कूल क्यों नहीं जा रही हैं? जानकारी लूंगा। कलेक्टोरेट में उन्हें अटैच किए जाने की जानकारी मुझे नहीं है।
आरपी भारती, प्रभारी कलेक्टर, भिंड

डीईओ बोले-मैंने कलेक्टर व मंत्री तक भेजी फाइल पर किसी ने समाप्त नहीं किए अटैचमेंट
उधर डीईओ दीपक कुमार पाण्डेय ने अटैचमेंट न हटाने को लेकर कलेक्टर व मंत्री को ही संदेह के घेरे में खड़ा किया। डीईओ ने ‘भास्कर’ से कहा कि मैंने शिक्षकों के दफ्तरों में किए गए अटैचमेंट समाप्त करने के लिए फाइल को कलेक्टर व प्रभारी मंत्री तक भेजा, लेकिन किसी ने उसे मंजूर ही नहीं किया।

विधायक बोले- कलेक्टर पद की गरिमा भूले
लहार विधायक डॉ गोविंद सिंह ने शिक्षिका अंजना सिरोठिया के मामले में कलेक्टर मधुकर आग्नेय पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कलेक्टर ने शासन के नियमों की अवेहलना कर सहायक अध्यापक को कलेक्टोरेट में अटैच कर रखा है। उन्हें कलेक्टर जैसे पद की गरिमा अौर लोकलाज की चिंता नहीं है। सीईओ जिपं को महिला शिक्षक ने एक पत्र लिखा था, जिसमें कहा था कि कलेक्टर आग्नेय ने उन्हें डाटा एंट्री के गोपनीय कार्य में लगा रखा है। मैं यह जानना चाहता हूं कि ऐसा कौन सा गोपनीय काम है?

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