सात फेरे पूरे होते ही बेटे का चौकी पूजन भी हो गया

नौगांव/छतरपुर। मप्र के नौगांव में एक बेहद रोचक शादी हुई है। बीते दिनों जिस दिन लड़के-लड़की की शादी हुई, उसी दिन उनके बेटे की भी चौकी और कुआं पूजन कर दिया गया। दरअसल, ये प्रेमी-प्रेमिका दो साल पहले घर बसाने के लिए घर से भाग गए थे, लेकिन लड़की के नाबालिग होने के कारण शादी नहीं कर पाए।

दो साल साथ में रहने के दौरान उन्हें एक बेटा हो गया। जब लड़के के परिवार को इस बात का पता चला तो वे लड़के को वापस घर लाए और लड़की को अपनाते हुए पहले दोनों की शादी कर ली और उसी दिन उनके लड़के की चौकी पूजा भी कर दी। इस शादी की चर्चा पूरे इलाके में रही और इस मौके पर आयोजित दावत में भी खूब लोग पहुंचे।

सोमवार को नौगांव की कुमार टोली में कुशवाहा परिवार के यहां सीताराम की शादी मोना के साथ हुई और पुत्र के चौक की रस्म भी वहीं साथ निभाई गयी। दरअसल सीताराम टीकमगढ जिले के आलमपुरा का रहने वाला है जबकी लड़की लारौन की रहने वाली है । यह दोनों एक साथ काम करते करते पहले दोस्त बने और फिर दोस्ती प्यार में बदल गयी। लड़का लड़की दोनों घर से भाग गये और उत्तर प्रदेश में स्टांप पर नोटरी कराकर शादी कर ली। उस समय लड़की नाबालिग थी और फिर दोनों ने घर लौटना मुनासिफ नहीं समझा।

दोनों पति-पत्नी टीकमगढ़ में रहकर अपना जीवन व्यतीत करने लगे। इस बीच इनके पुत्र ने जन्म लिया। दोनों इसके बाद भी घर नहीं आना चाहते थे। लड़का पिछड़े जाति में आता है जबकि लड़की दलित है। लड़के के जीजा ने इस मामले में हस्तक्षेप किया। मानवता दिखाते हुए उन्होंने अपने साले को नौगांव बुलाया और बीते सोमवार को घर में एक समारोह रखकर लड़के पक्ष के लोगों को आमंत्रित किया। पहले दोनों प्रेमियों ने हिन्दू रीति रिवाज के साथ शादी के बंधन में बंधने के लिये सात फेरे लिए, फिर लड़के के जन्म की खुशी में कुआं पूजा की रस्म अदायगी की गई। शादी में आये हुये मेहमानों का लडडू पूड़ी व भोजन कराकर स्वागत किया गया।

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