मप्र की दो सगी बहनें एक साथ बनीं आईएएस

भोपाल। संघ लोक सेवा आयोग ने शनिवार को सिविल सर्विस परीक्षा के रिजल्ट जारी कर दिए हैं। भोपाल की दो सगी बहनों ने एक साथ यह परीक्षा पास की है। ज्योति किरण नायडू और उनकी छोटी बहन निवेदिता नायडू ने इस परीक्षा में सफलता हासिल की है। ज्योति किरण को 529 और निवदिता को 485 रैंक मिली है। दोनों बहनें मप्र के आईएएस बी राजगोपाल नायडू की बेटी हैं।

एक ही जगह से किया लॉ में ग्रैजुएशन
ज्योति किरण और निवेदिता नायडू ने भोपाल के नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी से बीएएलएलबी किया है। पिता की तरह वे भी आईएएस बनना चाहती हैं। निवेदिता बताती हैं,'मैं 8 घंटे पढ़ती थी। सिर्फ किताब से पढ़ाई नहीं की, वीडियो-ऑडियो से भी पढ़ती रहती थी।'

पहली बार में पास की परीक्षा
निवेदिता नायडू ने पहली ही बार में परीक्षा पास कर ली है। उन्हें 485वीं रैंक मिली है। हालांकि इस रैंक से वे पूरी तरह संतुष्ट नहीं है। वे कहती हैं, 'मुझे सिविल सर्विस में ही जाना है। इस बार मेरी जो रैंक आई है, उससे मुझे रेवेन्यू सर्विस में मौका मिलेगा। मैं रेवेन्यू सर्विस ज्वाइन करूंगी, लेकिन अगले साल फिर से सिविल सर्विस के लिए ट्राय करुंगी।'

बड़ी बहन पहले से IRS
निवेदिता की बड़ी बहन ज्योति किरण दो साल पहले ही रेवेन्यू सर्विस के लिए चयनित हुई थीं। वे अभी विशाखापट्‌टनम में कार्यरत हैं। आईएएस बनने के लिए उन्होंने फिर से परीक्षा दी थी, लेकिन 529 रैंक होने के कारण इस बार भी उन्हें रेवेन्यू सर्विस ही मिलेगी।

पिता IAS लेकिन सफलता में मां का ज्यादा योगदान
निवेदिता बताती हैं, 'पिता आईएएस हैं इसलिए उनके पास बहुत ज्यादा काम रहता है। वे बहुत ज्यादा समय हमें नहीं दे पाते। हम दोनों बहनों की पढ़ाई के लिए मां जमुना नायडू ने खूब मेहनत की है। मुझे उन्हीं से सीख मिली है कि लड़कियां बोझ नहीं होतीं। मैं आईएएस बनकर महिला सशक्तिकरण पर काम करना चाहती हूं। पिताजी अकसर ऑफिस से लौटकर मुझे वॉक पर ले जाते थे। उनके साथ बातचीत कर मैं रीफ्रेश हो जाती थी।'


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