पन्ना बस काण्ड: RTO सस्पेंड, पूरा स्टाफ हटाया, बस मालिक के खिलाफ FIR

कमलेश पाण्डेय@पन्ना। सोमवार को राष्ट्रीय राज्य मार्ग क्रमांक 75 पर पन्ना से 13 किलोमीटर दूर मड़ला घाटी में अनूप ट्रेवल्स की एक रफ्तार बस के अनियंत्रित होकर खाई में गिरने पर उसमें आग लगने से 21 यात्रियों के जिन्दा जलने की वीभत्स हादसे प्रदेश सरकार ने अत्यंत ही गंभीरता से लिया है। 

प्रदेश के परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह मंगलवार को मंगलवार को पन्ना पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने जिला चिकित्सालय में भर्ती घायलों का हालचाल पूछा एवं उनके समुचित उपचार के निर्देश दिये। मंत्री श्री सिंह ने मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी। इसके पश्चात स्थानीय सर्किट हाउस पन्ना में अधिकारियों के साथ बैठक करके बस दुर्घटना के कारणों की जानकारी ली। उन्होंने वाहनों में सुरक्षा के संबंध में अधिकारियों को विस्तृत निर्देश दिए। 

इस अवसर पर परिवहन आयुक्त डॉ. शैलेन्द्र श्रीवास्तव, छतरपुर रेंज के डीआईजी केसी जैन, कलेक्टर शिवनारायण सिंह चौहान, पुलिस अधीक्षक आईपी अरजरिया, उप आयुक्त परिवहन सागर संजय सोनी तथा अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। पत्रकारों से चर्चा में परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि घटना स्थल को देखने तथा घायलों से बातचीत करने से स्पष्ट हुआ है कि ड्राइवर द्वारा लापरवाही पूर्वक तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने के कारण यह भीषण हादसा हुआ है। जिसमेंं बस के अंदर 21 यात्रियों की जलकर मौत हो गई तथा 13 घायल हुए हैं। 

उन्होंने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त होते ही बस में आग लग गई थी। बस में आपात कालीन गेट के स्थान पर अतिरिक्त सीट तथा पीछे लोहे की जाली लगा दी गई थी। जिसके कारण केवल आगे से ही घायलों और मृतकों को बस के कांच तोड़कर निकाला गया। परिवहन मंत्री ने कहा कि इस लापरवाही पर बस मालिक के विरूद्ध एफ आईआर दर्ज की जा रही है। बस का परमिट सतना से जारी किया गया है। प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर सतना के आरटीओ अनिरूद्ध सिंह को निलंबित किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने जिला परिवहन कार्यालय पन्ना के समस्त स्टॉफ को यहां से हटाकर नये कर्मचारियों को पदस्थ करने की का फरमान दिया।  

हादसे के बाद जागी सरकार
पन्ना जिले में हुए हृदय विदारक हादसा सामने आने के बाद प्रदेश के परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि अब 32 सीटर बसों को 75 किलोमीटर से अधिक दूरी का नया परमिट जारी नहीं किया जाएगा। पुराने परमिटों की अवधि समाप्त होने के बाद उनका नवीनीकरण नहीं किया जाएगा। अधिक दूरी के लिए केवल बड़ी बसों को ही परमिट दिया जाएगा। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बॉलबो (पूर्णत: एसी) बसों में भी दो दरवाजे करना अनिवार्य किया जा रहा है। सभी बसों में समान चढ़ाने के लिए किनारे पर केवल एक पतली सीढ़ी रहेगी, यहां कोई लोहे की जाली नहीं रहेगी जिससे आपातकालीन स्थिति में कांच को तोड़कर बाहर निकला जा सके।

यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि
परिवहन मंत्री ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि बसों में सुरक्षा के उचित प्रबंध किए जाएंगे। सभी परिवहन अधिकारी एक सप्ताह में सभी बसों की जांच तथा सुरक्षा प्रबंधों की जांच करके रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। आपने कहा कि प्रदेश सरकार यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। इस दुर्घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। इसके बाद जो जो वस्तु स्थिति सामने आयेगी उसके अनुसार कार्यवाही की जाएगी।

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