भावनगर। गुजरात के पवित्रधाम पालीताणा से लापता हुई साध्वी अपने प्रेमी के साथ उदयपुर में मिली है। साध्वी गत 10 मई को पालीताणा के शत्रुंजय पर्वत के विहार के दौरान लापता हो गई थी। पुलिस ने साध्वी को उसके प्रेमी के साथ उदयपुर की एक धर्मशाला से पकड़ा। पुलिस शुक्रवार शाम को दोनों को लेकर पालीताणा पहुंची। पुलिस को साध्वी ने बताया कि उसने प्रेमी के साथ मंदिर में शादी कर ली है। वह वापस सांसारिक जीवन जीना चाहती है और अब उसने अपना नाम आशाबेन रख लिया है।
पुलिस के बताए अनुसार सीहोर (मध्यप्रदेश) निवासी अरुण जैन पिछले 8 माह से पालीताणा में धार्मिक शिक्षा ले रहा था। इसी दौरान उसकी मुलाकात साध्वी शाश्वतरत्नाश्रीजी से हुई। साध्वी से शिक्षा लेने के दौरान दोनों को प्रेम हो गया और उन्होंने शादी करने का फैसला किया।
भागने के लिए नाटक
पुलिस के समक्ष अपने बयान में साध्वी ने बताया कि वह 10 मई को अन्य साध्वियों के साथ शत्रुंजय विहार पर निकली थी। इसी दौरान उसने साध्वियों से कहा कि उसकी सांस फूल रही है इसलिए अब वह आगे नहीं जा सकती। यह कहकर साध्वियों को अपनी यात्रा जारी रखने को कहा। उनके जाने के बाद साध्वी वापस मेवाड़ भवन आ गई और साध्वी का चोला उतारकर सांसारिक वस्त्र धारण किए जिससे कि कोई पहचान न सके। इसके बाद वह ऑटो रिक्शा से बस स्टैंड पहुंची। यहां पहले से ही अरुण उसका इंतजार कर रहा था। दोनों बस द्वारा अहमदाबाद पहुंचे और यहां से उदयपुर।
दो दिन तक की गई साध्वी की तलाश
साध्वी के अचानक लापता हो जाने से जैन समाज में हड़कंप मच गया था। यह भी संभावना व्यक्त की गई कि कहीं उसने खाई में कूदकर आत्महत्या तो नहीं कर ली। इसके चलते खाई में उतरकर भी साध्वी की तलाश की गई थी। लगातार दो दिनों बाद भी साध्वी का कोई पता नहीं चला था। इसके बाद उसके सांसारिक पिता को गुमशुदगी की सूचना दी गई थी।
माता-पिता को थी जानकारी
पुलिस ने बताया कि साध्वी के माता-पिता को जैसे ही उसकी गुमशुदगी की जानकारी मिली तो उन्हें साध्वी पर शक हो गया था। उन्हें अरुण जैन और साध्वी के रिश्ते के बारे में कुछ जानकारी मिली थी। इसीलिए उन्होंने ही पुलिस को जानकारी दी थी कि साध्वी और अरुण उदयपुर की एक धर्मशाला में ठहरे हुए हैं।
साध्वी ने साथ रहने की जिद ठानी
साध्वी द्वारा पुलिस को बताए अनुसार उसके घरवाले अरुण को पसंद नहीं करते हैं और वह अरुण को छोड़ने तैयार नहीं है। दोनों बालिग हैं और कानूनी रूप से अपनी मर्जी के अनुसार फैसला ले सकते हैं। फिलहाल अरुण पालीताणा पुलिस की हिरासत में और साध्वी को भावनगर के तापीबाई विकास गृह में रखा गया है। दोनों को समझाने की कोशिश की जा रही है।