अरुण यादव के कुनबे में कलह

भोपाल। हारे हुए सांसद अरुण यादव यूं तो मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं, पूरे प्रदेश में कांग्रेस को एकजुट रखने की जिम्मेदारी श्री यादव पर ही है परंतु जिक्र ए खास तो यह है कि यादव साहब अपने घर में ही कांग्रेस को एकजुट नहीं रख पा रहे हैं। एक अदद महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष पद को लेकर यादव पर तानाशाही के आरोप लगाए गए हैं। उनके प्रिय जिलाध्यक्ष सफाईयां देते घूम रहे हैं।

​बुरहानपुर के जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजयसिंह रघुवंशी ने बताया कि अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष शोभा ओझा, महिला प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मांडवी चौहान, पीसीसी अध्यक्ष अरुण यादव तथा महिला प्रदेश उपाध्यक्ष विजेता चौहान की स्वीकृति से पार्षद श्रीमती भगत को जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है। उनकी नियुक्ति पर ग्रामीण जिलाध्यक्ष किशोर महाजन, हमीद काजी, रविन्द्र महाजन, गौरी दिनेश शर्मा, इस्माइल अंसारी, अजय उदासीन, राजेश कोरावाला, संतोष देवताले, सुवर्णा केडी पटेल व आरिफ बागवान सहित जिलेभर के तमाम पदाधिकारी तथा कार्यकर्ताओं ने हर्ष जताया है।

वर्षों की सेवा का ये फल मिला
इधर, पूर्व महिला जिलाध्यक्ष प्रीतिसिंह राठौर ने दोपहर 2 बजे इंदिरा कॉलोनी स्थित अपने निवास पर एक प्रेसवार्ता ली। इसमें उन्होंने कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्री रघुवंशी पर मनमानी व तानाशाही का आरोप लगाया। श्रीमती राठौर ने बताया कि मैंने कांग्रेस की मुश्किल घड़ी में सेवा की है और मुझे वर्षों की सेवा का ये फल मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मेरे पति की तबीयत काफी समय से खराब है और मैं बीते करीब 5-6 महीनों से पति के डायलिसिस के कारण उन्हें छोड़कर घर से निकल नहीं पा रही हूं। उनका उपचार इंदौर के निजी अस्पताल में चल रहा है। ऐसे में मेरे लिए पारिवारिक जिम्मेदारी का निर्वहन करना प्राथमिकता है। महज इस कारण से श्री रघुवंशी ने मुझे दरकिनार कर दिया है, जबकि खुद 10 वर्षों से जिलाध्यक्ष के पद पर काबिज हैं। श्रीमती राठौर ने बताया कि श्री रघुवंशी के कार्यकाल के बीते 10 वर्षों में कांग्रेस का जिले से नामो निशान मिट गया है। उन्होंने कहा कि यदि मेरे साथ न्याय नहीं हुआ तो मैं आंदोलन कर इस कार्रवाई का सार्वजनिक रूप से विरोध करूंगी।-निप्र।

आरोप निराधार
नियुक्ति के इस पूरे घटनाक्रम में मेरी और पीसीसी अध्यक्ष श्री यादव की कोई भूमिका नहीं है। यह महिला कांग्रेस का मामला है। मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। किसी को पद से तभी हटाया जाता है जब वह धरातल पर बेहतर परिणाम न दें पाए। यदि श्रीमती राठौर को हटाया गया है तो निश्चित रूप से इनकी कार्यप्रणाली से वरिष्ठ पदाधिकारी संतुष्ट नहीं होंगे। मुझ पर लगे आरोप निराधार हैं।
अजयसिंह रघुवंशी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !