बंद कराया रामदेव का फूड पार्क, 5000 कर्मचारी बाहर

हरिद्वार। पतंजलि हर्बल फूड पार्क के स्टाफ और ट्रांसपोर्ट यूनियन के कर्मचारियों के बीच बुधवार को हुए संघर्ष में एक व्यक्ति की मौत हो जाने के मामले में बाबा रामदेव से भी पूछताछ हो सकती है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना के वक्त रामदेव भी मौके पर मौजूद थे।

उधर, रामदेव के भाई रामभरत को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। दूसरी ओर, स्थानीय लोगों ने गुरुवार को पार्क के करीब पांच हजार कर्मचारियों को फैक्ट्री के अंदर दाखिल नहीं होने दिया। कर्मचारियों को स्थानीय लोगों ने यह कह कर रोक दिया कि जब तक पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर लेती, तब तक फैक्ट्री नहीं चलेगी। स्थानीय लोगों और कर्मचारियों के आमने-सामने आने की नौबत भी बनी, लेकिन पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया। तनाव की आशंका को देखते हुए पीएसी तैनात कर दी गई है।

क्या है मामला
हर्बल फूड पार्क का माल ढोने के लिए पथरी ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन से ट्रक न लेने को लेकर एसोसिएशन और पार्क प्रबंधन के बीच बीते कई महीने से विवाद था। बुधवार हर्बल फूड पार्क के सुरक्षाकर्मियों और प्रदर्शनकारियों में मारपीट और फायरिंग हुई। इसमें 42 वर्षीय यूनियन पदाधिकारी दलजीत सिंह की मौत हो गई। कम से कम 12 लोग घायल हो गए। इसके अलावा, पार्क के आसपास कई वाहनों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया।

पुलिस ने दूसरे दिन भी चलाया सर्च ऑपरेशन
फूड पार्क में पुलिस ने गुरुवार को दूसरे दिन भी सर्च अभियान चलाया। पुलिस इस मामले में नामजद 40 अज्ञात लोगों की तलाश कर रही है। घटना के बारे में पार्क से सबूत जुटाए जा रहे हैं। दूसरी ओर, बवाल में मारे गए दलजीत का गुरुवार को अंतिम संस्कार किया गया।

पंतजलि ने बताई साजिश
पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने पूरे मामले को साजिश करार दिया। उन्होंने कहा, ''पुलिस सरकार की कठपुतली बनी हुई है। कई कांग्रेसी नेता हमारे सीधे विरोध में हैं और कई तत्व ऐसे हैं जो फूड पार्क को बंद करवाना चाहते हैं।''

रामभरत को नहीं मिला बाहर का खाना
रामदेव के भाई रामभरत को जिला जेल के बैरक नंबर दो में अन्य कैदियों के साथ रखा गया है। मिलने गए लोगों ने बाहर से खाना लाने की बात कही, लेकिन जेल प्रशासन ने इसकी मंजूरी नहीं दी।

बेरहमी से पीटा गया था दलजीत को
हिंसा में मारे गए दलजीत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उसे बुरी तरह मारा-पीटा गया था। उसके शरीर की कोई जगह ऐसी नहीं थी, जहां डंडे का निशान न हो। सिर की हड्डी और छाती की पसली भी टूटी हुई थी।

सात सुरक्षाकर्मी गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में फूड पार्क के सात सुरक्षाकर्मियों को गिरफ्तार किया है। अभी तक रामभरत सहित आठ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। इनके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, आपराधिक साजिश रचने, बलवा करने आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज है।

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