हो गया लालबत्तियों का बंटवारा: 4 घंटे चली मीटिंग

भोपाल। मप्र भाजपा की सुपर पॉवर की 4 घंटे चली मीटिंग के बाद लालबत्तियों का बंटवारा कर दिया गया। इस लिस्ट के फाइनल हो जाने के बाद कई लोगों के दिल टूटेंगे और कुछ बागी भी हो जाएंगे परंतु इसे पॉवर प्ले की तरह खेला गया है और कोशिश यह रही है कि ताकतवर को बेलेंस कर दिया जाए। 

प्रदेश में खाली पड़े निगम-मंडलों में अध्यक्ष और उपाध्यक्षों के पदों पर नियुक्ति की कवायद लगभग पूरी हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान और संगठन महामंत्री अरविंद मेनन ने सोमवार को करीब चार घंटे तक मुख्यमंत्री निवास पर इस बारे में विचार-विमर्श किया। 

सभी नेता दोपहर ढाई बजे सीएम हाउस में इकट्ठा हुए और शाम 6 बजे तक एक-एक नाम पर विचार हुआ। सूत्र बताते हैं कि 13 अध्यक्ष और 19 उपाध्यक्षों के नामों पर सहमति बन गई है। इनमें प्रदेश भाजपा और मोर्चा संगठनों के पदाधिकारियों के साथ कुछ पूर्व निगम अध्यक्ष-उपाध्यक्षों के नाम भी शामिल हैं। विधानसभा, लोकसभा और उसके बाद निकाय चुनाव में नेताओं का परफारमेंस इस नियुक्ति का सबसे बड़ा आधार बताया जाता है। ज्यादातर पूर्व निगम मंडल अध्यक्ष अपनी पुन: ताजपोशी की उम्मीद कर रहे हैं।

आदेश के डेढ़ साल बाद भी नहीं हुई नियुक्तियां 
राज्य सरकार ने 23 दिसंबर 2013 को एक ही आदेश से निगम मंडलों में तैनात अध्यक्षों को हटा दिया था। यह आदेश सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी किया गया था। इसमें कहा गया था कि एक माह में नियुक्तियां कर दी जाएंगी, लेकिन करीब डेढ़ साल बाद भी नियुक्तियां नहीं हो पाईं हैं। 

इन नामों पर हुआ विचार 
कैलाश चावला, विजेंद्र सिंह सिसौदिया, डॉ. हितेष वाजपेयी, तपन भौमिक, गोविंद मालू, लता वानखेड़े, अंजू माखीजा, रुस्तम सिंह, रमेश शर्मा गुट्टू भैया, ओम यादव, भगवान दास सबनानी, भगवानदास गोंडाने, सुधीर अग्रवाल, राय सिंह सैंधव, रामकिशन सिंह चौहान, राजेंद्र सिंह, राजो मालवीय, उपमा राय, शशि सिन्हो के नामों पर विचार हुआ। निगम मंडल में अध्यक्षों के आदेश इसी हफ्ते जारी होने के आसार हैं। 

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