Mister and Misses MP india के आडिशन में हंगामा

ग्वालियर। मिस्टर एंड मिसेज एमपी इंडिया के लिए सिंहराज इंस्टीट्यूट में चल रहे युवक-युवतियों के ऑडिशन में पुलिस के जांच-पड़ताल के लिए पहुंचते ही हंगामा हो गया। ऑडिशन लेने आई कंपनी प्रत्येक प्रतिभागी से 200 रुपए ऑडिशन फीस वसूल रही थी, लेकिन पुलिस को देखते ही यह लोग फीस लेने की बात से मुकर गए।

ऑडिशन लेने वालों का कहना था कि वह भोपाल से यहां निःशुल्क ऑडिशन लेने आए हैं। उनकी Page-3 इवेंट्स के नाम से एक निजी कंपनी है। स्वयं को कंपनी का प्रमुख बता रहे पुष्पेंद्र का दावा था कि वह ऑडिशन में चयनित युवक-युवतियों के साथ एक साल का एग्रीमेंट कराएंगे और इन्हें सीरियल व एलबम में काम करने का अवसर दिलाएंगे। पुलिस को संदेह है कि भोपाल से आई यह टीम प्रतिभागियों को गुमराह कर रही है।

शास्त्री चौराहा पड़ाव पर डीएम होटल के नीचे सिंहराज इंस्टीट्यूट में पेज-3 कंपनी के कर्ताधर्ता रिटायर डीएसपी गजराज सिंह के पुत्र पुष्पेंद्र सिंह निवासी रजत विहारी कॉलोनी, होशंगाबाद द्वारा शहर के युवक-युवतियों का ऑडिशन लिया जा रहा है।

उनकी छह सदस्यीय टीम में दीपिका दुबे निवासी श्रीराम कॉलोनी भोपाल, पूनम ठाकुर निवासी टीटीनगर भोपाल, सैय्यद फुरखान निवासी पीरगेट मंदिर के पास भोपाल, हुकुम सिंह राजपूत निवासी पंचवटी कॉलोनी भोपाल सहित 7 स्थानीय व्यक्ति शामिल हैं।

रविवार को भी इंस्टीट्यूट में ऑडिशन देने के लिए आए युवक-युवतियों की भीड़ लगी हुई थी। इस दौरान प्रत्येक प्रतिभागी से 200 रुपए ऑडिशन फीस के रूप में लिए जा रहे थे, लेकिन पुलिस को देखते ही ऑडिशन लेने वाली टीम रुपए लेने की बात से मुकर गई।

पुलिस के पहुंचते ही मचा हंगामा- किसी प्रतिभागी ने ऑडिशन के नाम पर शहर के युवक-युवतियों को गुमराह कर ठगने की सूचना एसएसपी संतोष सिंह को दी। इसके बाद सीएसपी डीबीएस भदौरिया व टीआई सोम सिंह रघुवंशी जांच के लिए मौके पर पहुंचे। पुलिस को देखते ही इंस्टीट्यूट में हंगामा मच गया। जांच के दौरान पुलिस ने यहां मौजूद युवक-युवतियों को रोककर उनके नाम-पते नोट किए।

यह कहना था ऑडिशन लेने आई टीम का
युवक-युवतियों का ऑडिशन ले रही टीम के प्रमुख पुष्पेंद्र सिंह व उनके साथियों का कहना था कि उनकी कंपनी पूरे प्रदेश में 30 युवक-युवतियों का चयन उनके टैलेंट के आधार पर करेगी। चयनित युवक-युवतियों से एक साल का एग्रीमेंट किया जाएगा। इसके बाद उन्हें सीरियल व एलबम में काम करने का मौका दिया जाएगा। पुलिस ने इन लोगों के मौके पर बयान लिए और आईडी प्रूफ की फोटो कॉपी भी कलेक्ट की। पुलिस जांच कर इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि ऑडिशन के पीछे इन लोगों का वास्तविक इरादा क्या है?

हमने ऑडिशन के लिए जगह दी है
पुलिस ने पूछताछ के दौरान सिंहराज इंस्टीट्यूट के संचालक जतिन सिंह को भी को बुलाया। उनका कहना था कि उन्होंने बिना कोई किराया लिए कंपनी को ऑडिशन के लिए जगह उपलब्ध कराई थी।

इनका कहना है
ऑडीशन के लिए भोपाल से आई टीम का रजिस्ट्रेशन भोपाल नगर निगम में है। ग्वालियर में आडीशन के लिए न तो सूचना दी और ना ही किसी प्रकार कोई परमिशन ली। पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद टीम को भोपाल रवाना कर दिया है।
डीबीएस भदौरिया, सीएसपी पड़ाव सर्किल

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