राजगढ़। आगामी संविदा शाला शिक्षक परीक्षा 2015 में सरकार के दिये गये वोनस अंको को अतिथि शिक्षकों ने ठुकरा दिया है। साथ ही प्रदेश के अतिथि शिक्षकों ने पुरजोर तरीके से शिक्षा विभाग में स्थायित्व के लिए संघर्ष को तेज कर दिया है।
शुक्रवार को राजगढ़ जिला के अतिथि शिक्षकों ने प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष जगदीश शास्त्री की अगुवाई मे शहर के प्रमुख मार्गो से केन्डल मार्च निकाला व राजगढ़ विधायक अमर सिंह जी को ज्ञापन देकर समर्थन पत्र मागा। अतिथि शिक्षक संगठन के पदाधिकारियो ने बैठक कर शिक्षा विभाग में स्थायित्व के लिए नई रणनीति का ऐलान कर दिया है। रणनीति के प्रथम चरण में अतिथि शिक्षक प्रदेश भर में स्थानीय विधायक, सांसद, जनपद अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष, मंत्री व केन्द्रीय मंत्रियो स्थानीय जनप्रतिनिधियो को ज्ञापन देकर समर्थन पत्र मागेगे। समर्थन पत्रो को शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री को सौपा जायेगा। अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष जगदीश शास्त्री ने जानकारी देते हुये वताया कि शिक्षा विभाग में स्थायित्व के लिए प्रथम चरण में प्रदेश भर के विधायको व सांसदो से अतिथि शिक्षक समर्थन पत्र मागने जायेगे।
अतिथि शिक्षको की प्रमुख मागे -
1 अतिथि शिक्षको को शिक्षा विभाग में स्थायित्व प्रदान किया जाये।
2. अतिथि शिक्षको को गुरूजी, अनुदेशको की भाति नियमित किया जाये।
3. डी.एड/बी.एड. प्रशिक्षित अतिथि शिक्षको को संविदा शाला शिक्षक
वनाया जायें।
4. अप्रशिक्षित अतिथि शिक्षको को विना पद से हटाये प्रशिक्षित होने के
बाद संविदा शाला शिक्षक वनाया जायें।