इंदौर। कारों के काले कारोबार के आरोप में राजपाल टोयटा का ट्रेड लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है। यदि इसके बार भी उन्होंने अपनी हरकतें बंद नहीं की तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
आरटीओ एमपी सिंह ने बताया कि पिछले दिनों सभी कार डीलर को नोटिस दिए गए थे कि वे अपने वाहन को बेचने का सही रिकॉर्ड रखें और गाडी बेचने के साथ ही उसका टैक्स जमा करें, लेकिन राजपाल टोयटा की जांच की गई तो वहां पर फॉर्म 19 (जिसमें कार ब्रिकी का रिकॉर्ड रखा जाता है।) में अनियमितता पाई गई। दो माह पहले बेची गई कारों का सेल लेटर बाद में जारी हुआ था। इसके बाद गाड़ी का रजिस्ट्रेशन हो गया, जबकि ग्राहकों से कार डिलिवर करते समय ही पूरा पैसा ले लिया गया था।
आरटीओ ने बताया कि यह शासन के पैसे का दुरुपयोग है। इसलिए एक माह के लिए उनका ट्रेड लाइसेंस सस्पेंड किया गया है। चूंकि गाड़ी बेचने के बाद उसे रजिस्ट्रेशन कराने के लिए 7 दिन का समय होता है, इसलिए यह प्रतिबंध 7 अप्रैल से लागू होगा, 7 मई तक रहेगा। इस दौरान अगर गाड़ी बेचने की जानकारी मिली तो कठौर कार्रवाई की जाएगी।