रतलाम। आईटीआई के इलेक्ट्रीशियन ट्रेड के तीसरे सेमेस्टर में वर्कशाप केलकुलेशन एंड साइंस विषय का पेपर परीक्षा से पहले ही वाट्सएप के जरिए परीक्षार्थियों को मिल गया। आईटीआई प्राचार्य ने वाट्सएप पर आए पर्चे को परीक्षा के पर्चे से मिलता हुआ माना लेकिन लीक होने की बात से इंकार किया है। प्राचार्य ने कलेक्टर सहित विभागीय स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जानकारी दी है। नेशनल काउंसिल ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर यह परीक्षा एक ही दिन व समय पर आयोजित की जाती है।
शुक्रवार को सज्जनमिल रोड स्थित आईटीआई पर इलेक्ट्रीशियन ट्रेड के तीसरे सेमेस्टर में वर्कशाप केलकुलेशन एंड साइंस विषय का पेपर हुआ। इस परीक्षा में निजी आईटीआई कॉलेजों के विद्यार्थियों सहित कुल 202 परीक्षार्थियों को शामिल होना था। सुबह 10.30 बजे परीक्षा प्रारंभ होने के कुछ देर में ही मीडिया को पर्चा लीक होने की जानकारी कुछ विद्यार्थियों ने दी। नियमानुसार परीक्षा प्रारंभ होने के एक घंटे बाद ही कोई परीक्षार्थी केंद्र से बाहर निकल सकता है लेकिन उससे पहले ही पर्चे के वाट्सएप पर दिखाई देने पर आईटीआई प्राचार्य यूपी अहिरवार को कुछ विद्यार्थियों ने जानकारी दी। वाट्सएप पर आए पर्चे से मिलान करने पर प्रश्न व क्रम तो सही पाए गए। इस पर प्राचार्य ने वरिष्ठों को जानकारी देने की बात कहते हुए पल्ला झाड़ लिया।
दिल्ली से 10 हजार में मिलता है पर्चा
केंद्र पर आए एक परीक्षार्थी ने अपना नाम न बताने की शर्त पर बताया कि दिल्ली के कुछ लोग वाट्सएप के माध्यम से पर्चा लीक करते हैं। इसके लिए 10 हजार रुपए प्रति स्टूडेंट लिए जाकर उनके मोबाइल पर वाट्सएप कर परीक्षा के एक दिन पहले रात 11 से 12 बजे के बीच पेपर लीक किया जाता है। आने वाले पेपर भी एक दिन पहले मिलने का दावा परीक्षार्थी ने किया। विद्यार्थियों से राशि बैंक खातों के नंबर देकर जमा करवाई जाती है।
नहीं हुई पुष्टि
शुक्रवार को परीक्षा प्रारंभ होने के कुछ देर बाद वाट्सएप पर परीक्षा का पर्चा लीक होने की जानकारी मिली। मैसेज में आए पर्चे से परीक्षा पेपर के प्रश्न व क्रम तो मिला, लेकिन इससे पर्चा लीक होने की पुष्टि नहीं की जा सकती है। हमने जबलपुर मुख्यालय, संयुक्त संचालक उज्जैन व कलेक्टर को पूरे मामले की जानकारी दी है। वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश पर आगे की कार्रवाई होगी।
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