नई दिल्ली। एक सार्वजनिक समारोह में शामिल होने आए पूर्व विधायक को करीब 8 शार्पशूटर्स ने चारों तरफ से घेरकर गोलियों से भून डाला। शूटर्स ने 25 राउंड फायर किए और 10 गोलियां पूर्व विधायक के शरीर में जा धंसी। इसके बाद शूटर्स विधायक को तड़पते हुए देखते रहे और जब उन्हें यकीन हो गया कि मौत हो गई है तब वापस गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हमलावर तीन गाडिय़ों में आए थे।
जानकारी के मुताबिक इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) नेता व पूर्व विधायक भरत सिंह बहादुरगढ़ रोड स्थित अभिनंदन वाटिका में कुआं पूजन समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे थे। पूजा खत्म होने के बाद वह खाना खा रहे थे तभी हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। सूत्रों के मुताबिक उनके सिर और छाती में दस से अधिक गोलियां लगीं। बुरी तरह घायल भरत सिंह को उनके परिजनों ने गुडग़ांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया। मगर वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। गुडग़ांव के एसीपी क्राइम राजेश कुमार ने उनकी मौत की पुष्टि की है। घायलों में भरत सिंह के दो सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। एक बच्ची भी गोली लगने से घायल हुई है।
25 राउंड चली गोलियां
सूत्रों के मुताबिक घटनास्थल पर करीब 25 राउंड गोलियां चलाई गईं। हमलावर समारोह शुरू होने से पहले ही टेंट के पीछे छिप गए थे। उनकी संख्या करीब आठ बताई जा रही है। मौका मिलते ही उन्होंने भरत सिंह पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं और फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही 20 से ज्यादा गाडिय़ों में विधायक के परिवार वाले व समर्थक मौके पर पहुंचे। उन्होंने सभी को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस उपायुक्त आरए संजीव सहित अन्य पुलिस अधिकारियों के अलावा दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल व फोरेंसिक की टीम ने भी घटनास्थल का मुआयना किया।
पहले भी हो चुका है हमला
जून 2012 में भी भरत सिंह पर जानलेवा हमला किया गया था। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के उनके आफिस में हुए हमले में उन्हें दो गोलियां लगी थीं। हमले में उनका एक रिश्तेदार घायल हो गया था। भरत सिंह ने 2008 में नजफगढ़ से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विधानसभा चुनाव जीता था। बाद में वह इनेलो में शामिल हो गए। लेकिन 2013 और 2015 विधानसभा चुनाव में वह हार गए थे। पुलिस के मुताबिक 38 वर्षीय सिंह के बड़े भाई किशन पहलवान पर दो दर्जन से ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।