दिग्विजय की भजन संध्या में मजीरे फोड़ रहे हैं अरुण यादव

भोपाल। टीम राहुल के इंप्रेशन में लोकसभा के पराजित प्रत्याशी अरुण यादव मप्र कांग्रेस के प्रेसीडेंट भले ही बने हुए हों परंतु आज तक वो अपनी कोई पहचान नहीं बना पाए हैं। अपने इतने लम्बे कार्यकाल में वो ना तो कांग्रेस में जान फूंकने का प्रयास करते दिखे और ना ही सरकार पर कोई हमला कर पाए। अलबत्ता बेगानी शादियों में अब्दुल्ला दीवाने अक्सर दिखाई दे जाते हैं। इन दिनों दिग्विजय की भजन संध्या में मरीजे फोड़ रहे हैं।

व्यापमं मामले में मप्र कांग्रेस सरकार को घेरने में पूरी तरह से नाकाम रही है। मप्र कांग्रेस कमेटी की ओर इस संदर्भ में कोई उल्लेखनीय खुलासा नहीं किया गया। पूरा का पूरा व्यापमं घोटाला मिडल लेवल की मीडिया ने जिंदा रखा हुआ है। सारे खुलासे भी पहले सोशल मीडिया पर हुए और फिर मिडल लेवल मीडिया ने उठाए। मजबूरी थी सो कार्पोरेट मीडिया को भी उठाना ही पड़ा।

व्यापमं घोटाले में खुलासे करने का श्रेय यूं तो एक ऐसे नेता को जाता है जो आज भी पर्दे के पीछे ही है परंतु यदि कांग्रेस की बात की जाए तो केवल दिग्विजय सिंह हैं जो तीखे हमले करते आ रहे हैं। कमलनाथ तो मप्र में कार्पोरेट राजनीति के एकमात्र स्तंभ हैं। सरकार के खिलाफ कोई खुलासा करने की नीति पर काम ही नहीं करते। हम तुम्हारी छिपाए रखेंगे तुम हमारी बचाए रखो की राजनीति सफलतापूर्वक संचालित है, लेकिन आश्चर्यजनक तो यह है कि खुद को मप्र में सीएम पद का सबसे दमदार दावेदार बताने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया भी व्यापमं जैसे संवेदनशील मामले में लगातार अनुपस्थित बने हुए हैं। उनके अपने ग्वालियर में सैंकड़ों एफआईआर दर्ज हो गईं, गिरफ्तारियां हो गईं। आए दिन बड़े खुलासे हो रहे हैं परंतु सिंधिया इस मामले में ना जाने क्यों चुप हैं।

यदि बात मप्र कांग्रेस के प्रेसीडेंट अरुण यादव की करें तो वो एक फालोअर से ज्यादा की भूमिका में दिखाई नहीं देते। दिग्विजय सिंह के खुलासों के बाद गुर्राते हुए प्रेसनोट जारी करते हैं परंतु खुद आज तक कोई खुलासा नहीं कर पाए। वो या तो एक फालोअर का सीन करते दिखाई देते हैं या हाईकमाने के सामने खड़े होकर शिकायतकर्ता बन जाते हैं। एक लीडर की भूमिका में अरुण यादव अभी तक दिखाई नहीं दिए।

व्यापमं मामले में अरुण यादव ने अभी ताजा बयान जारी किया है, कहते हैं 'ईंट का जवाब पत्थर से देंगे' सवाल यह है कि पत्थर क्या दिग्विजय सिंह से मांग कर लाएंगे।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !