स्टूडेंट्स के स्मार्टफोन: शिवराज है या बीरबल ?

भोपाल। मप्र प्रतिभाशाली छात्रों के लिए मामा शिवराज सिंह तो अब बीरबल हो गए हैं। उनकी खिचड़ी नहीं पकती थी, इनके स्मार्टफोन नहीं आ रहे। दूसरी परीक्षाएं आ गईं, पिछली परीक्षा का इनाम नहीं मिल पाया। अब कहते हैं मार्च में देंगे।

  • नवम्बर 2013 में की थी घोषणा
  • मई 2014 में होना था वितरण
  • अब कहते हैं मार्च 2015 में देंगे


उच्च शिक्षा विभाग के सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में फर्स्ट सेमेस्टर में एडमिशन लेने वाले छात्र-छात्राओं को स्मार्ट फोन मार्च के अंत तक मिल जाएंगे। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग ने शनिवार को आदेश जारी कर दिए हैं। पहले स्मार्ट फोन फरवरी में दिए जाने थे, लेकिन नगरीय निकाय चुनावों की आचार संहिता की वजह से यह संभव नहीं हो सका। स्मार्ट फोन की खरीदी का जिम्मा मध्य प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम को दिया गया है। आदेश विभाग की अवर सचिव शकीला अख्तर की ओर से जारी किए गए हैं।

यूजी और पीजी के फर्स्ट सेमेस्टर के करीब डेढ़ लाख छात्रों को स्मार्ट फोन दिए जाने हैं। इसे देने वाली कंपनी ने पहले जनवरी में देने की बात कही थी। लेकिन कंपनी निर्धारित समय सीमा में वादा पूरा नहीं कर सकी। इसके बाद फरवरी में आचार संहिता की वजह से स्मार्ट फोन के वितरण में देरी हुई है। अब मार्च में वितरण की बात कही जा रही है। हो सकता है मार्च में बोलें कि वित्तीय वर्ष समाप्ति के कारण बजट नहीं है। अप्रैल में देंगे। समझ नहीं आ रहा आखिर कब मिलेंगे 'बीरबल के स्मार्टफोन'

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