कर्ज में डूबा हुआ एक और किसान मर गया

लहार। क़र्ज़ मैं डूबे हुये किसान दीनदयाल जाटव पुत्र शरमन जाटव उम्र 50 वर्ष ग्राम रिनिया दबोह ने 6 बीघा ज़मीन स्वयं की और 8 बीघा जमीन बाटाई की 6000 रूपए के हिसाब से ली थी जिसमे मटर, मसूर की फसल तैयार थी, तेज़ बारिश और ओला वृष्टि के कारण मटर, मसूर पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी थी।

आलमपुर बैंक से लगभग 60000 रूपए जमा करने का नोटिस दिया गया था, क़र्ज़ माफ़ी के समय उसका क़र्ज़ माफ़ हो चुका था, बैंक में उसे बुलाया गया और पूरा क़र्ज़ जमा न करने पर कहा गया की 6 बीघा ज़मीन और उसके मकान को बैंक कुर्की कर नीलामी कर देगी। 10600 रूपए सेवा सहकारी सोसायटी पर भी उसका क़र्ज़ था।

एक ओर क़र्ज़ वसूली का नोटिस और पूरी तरह से बर्बाद हुयी मटर, मसूर की वजह से घबराया हुआ किसान और जिलाधीश मधुकर आग्नेय का फसलों की बर्बादी पर दिया हुआ बयान कि 15% से ज़्यादा फसलो में नुकसान नहीं हैं यानि किसी तरह का कोई मुआवज़ा किसान को नहीं मिलेगा।

घबराये हुए किसान की दर्दनाक मौत हो गयी सूचना मिलते ही लहार विधायक डॉ.गोविन्द सिंह ने पत्रकारो के दल के साथ ग्राम रिनिया पहुँचे और कहा की निरंकुश शिवराज सरकार और उसके प्रशासनिक अमले की करतूतो ने म.प्र. को किसानो का शमशान घाट बना दिया है,हम चुप नहीं बैठेंगे और सरकार और प्रशासनिक अमले को सबक सिखाने मैं पीछे नहीं हटेंगे।

शीघ्र जिलाधीश के खिलाफ 306 का प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया जाना चाहिए,सरकार अतिशीघ्र सारी वसूली रोके एवं किसानो को भरपूर मुआवज़ा दे और आपातकालीन किसानो को तत्काल राहत कार्य ज़ारी करे वरना हम म.प्र.सरकार को चैन की नींद नहीं सोने देंगे.

  • महेश मिश्रा भिडं ।


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