इंदौर। जिस मोदी को चमत्कारी समझा था वो तो माटी के माधव निकले। कहते थे 'अच्छे दिन आने वाले हैं' और मिडिल क्लास पर 10 प्रतिशत का बोझ बढ़ा दिया। यह हम नहीं कहते, किसी अज्ञानी नेता का षडयंत्री बयान भी नहीं है। यह तो टैक्स प्रैक्टिशनर्स की समीक्षा है।
टैक्स प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन ने शनिवार को आयकर भवन में बजट पर चर्चा की। चर्चा में सीए, वकील और कर सलाहकार सहित 70 से अधिक एक्सपर्ट्स शामिल हुए। विशेषज्ञों ने बजट का विश्लेषण किया और बताया कि इससे किस वर्ग को फायदा होगा और कौन निराश होगा? सर्विस टैक्स में बढ़ोतरी पर ज्यादा फोकस रहा। आम आदमी से सीधे जुड़े इस मामले में विशेषज्ञों का कहना था कि इससे महंगाई 10 फीसदी तक बढ़ेगी।
किस सेक्टर पर क्या होगा असर (विशेषज्ञों का आकलन)
कॉर्पोरेशन टैक्स में हर साल एक फीसदी की गिरावट
इस बार बजट बहुत संतुलित है। कॉर्पोरेशन टैक्स के रेट पांच साल में 30 प्रतिशत से घटाकर 25 प्रतिशत करने की बात कही गई है। इसका मतलब है कि हर साल टैक्स में 1 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। सर्विस टैक्स के रेट 12.36 प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत करने से 10 प्रतिशत महंगाई बढ़ेगी।
हितेश जे. मेहता, अध्यक्ष, टैक्स प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन
कर चोरी पर रोक लगेगी
कर नहीं देने वालों पर तीन गुना आर्थिक दंड और 10 साल की सजा का प्रावधान बजट में किया है। अभी तक आर्थिक दंड का ही प्रावधान था। इस बार फायनेंशियल कंपाउंडिंग खत्म कर दी गई है। मतलब सीधे जेल होगी। इससे टैक्स के रूप में आय बढ़ेगी और कर चोरी रूकेगी। एम्प्लॉयी और पब्लिक प्रॉविडेंड फंड के 9 हजार करोड़ रुपए का उपयोग गरीबों के हित में करने का फैसला स्वागत योग्य है।
विजय बंसल, सचिव, टैक्स प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन
रीयल एस्टेट और खुदरा व्यापार के लिए प्रतिकूल
बजट में 2022 तक मकान, बिजली, हॉस्पिटल बनाने की बात तो की गई है, पर कांक्रीट प्लान नहीं है। अब 20 हजार से अधिक का बयाना भी चेक से ही देना होगा। 1लाख से अधिक की खरीदारी पर पेन नंबर की अनिवार्यता का रीयल एस्टेट और खुदरा बाजार पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। फायदा यह होगा कि ब्लैक मनी पर रोक लगेगी।
राजेश मेहता, सचिव, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टैक्स प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन
बैंक में सोना रखने पर मिलेगा ब्याज
स्मॉल सेक्टर के लिए भी बजट में प्रावधान है। विदेश जाने वाले धन को रोकने में गोल्ड बॉन्ड योजना कारगर रहेगी। योजना के तहत अनुपयोगी पूंजी (सोना) बैंक में रखकर उस पर ब्याज लिया जा सकेगा।
स्वप्निल जैन, सीए
चिंतन वाला बजट है
इस बजट में दिशा है, चिंतन है। पर बजट की खामी यह है कि इसमें नए करदाताओं की खोज के लिए कोई बात नहीं की गई।
एसएन गोयल, सीए
बड़ी कंपनियों को होगा नुकसान
वेल्थ टैक्स खत्म करने से कर लेने में अधिक खर्च की परेशानी नहीं होगी। 1 करोड़ से ज्यादा की आय वाली कंपनी पर दो प्रतिशत अतिरिक्त आयकर लगाने से कंपनियों को नुकसान होगा।
अनिल खंडेलवाल, सीए
मध्यम वर्ग पर पड़ेगा असर
ब्लैक मनी पर काबू पाने के लिए पहली बार कदम उठाए गए हैं। सर्विस टैक्स बढ़ाने का असर मध्यम वर्ग पर पड़ेगा। सुकन्या व निर्भया योजना महिलाओं के लिहाज से अच्छी पहल है।
केमिशा सोनी, सीए