मप्र पुलिस का गौरव था नकली नोटों का तस्कर

भोपाल। क्राइम ब्रांच ने पिछले दिनों जिस नकली नोटों के तस्कर को पकड़ा है, एक समय वह मप्र पुलिस का गौरव हुआ करता था। ऑल इंडिया कुश्ती प्रतियोगिता में उसने मप्र का प्रतिनिधित्व किया था। बाद में उसने वीआरएस ले लिया और फिर तस्कर बन गया। ऐसा उसने क्यों किया, यह अभी तक एक राज ही है।

आपको याद दिला दें सोमवार शाम आरोपी दक्षिण एक्सप्रेस से नकली नोटों के तस्कर को गिरफ्तार किया गया था। उसके पास से कुल 5 लाख 60 हजार स्र्पए के (1000-1000 के 480 और 500-500 के 160 नोट) बरामद हुए थे। आरोपी की पहचान आष्टा, सीहोर निवासी जहूर खान (51) पिता भूरे खां के रूप में हुई।

स्पोर्ट्स कोटे से पुलिस में भर्ती हुआ था
जहूर ने बताया कि वह स्पोर्ट्स कोटे से 7वीं बटालियन में कुश्ती खिलाड़ी के रूप में भर्ती हुआ था। गोवा में 1993 में हुई ऑल इंडिया कुश्ती प्रतियोगिता में जहूर ने पुलिस की तरफ से प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया था। प्रतियोगिता के बाद उसने ऐच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। उसके बाद उसने क्या किया किसी को पता नहीं। पुलिस आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। आईजी ने बताया कि उन्होंने इसकी एक रिपोर्ट एनआईए को भी भेज दी है।

8 साल से चला रहा नकली नोट
जहूर ने कबूल किया कि वह करीब 8 साल से इस कारोबार से जुड़ा है। इस दौरान उसने 10 लाख स्र्पए से अधिक के नोट खुद ही मार्केट में चलाए हैं। पहले वह 30 फीसदी के फायदे पर दूसरे को बेच देता था, लेकिन अब खुद मार्केट में चलाने से उसका मुनाफा 65 फीसदी हो गया। उसके पास से जब्त नकली नोट दिसंबर, 2014 में पकड़े गए आरोपियों से जब्त नोटों की नकल हैं।

65 हजार रुपए में बेच देता था
उसने बताया कि वह नकली नोट भारत-बांग्लादेश सीमा पर बसे एक गांव से लेकर आया था। वह एक लाख के नोट 35 हजार में खरीदकर 65 हजार स्र्पए में बेच देता है। वह नोट किसे बेचता था और गिरोह में कौन शामिल है? इस बारे में पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

जाली नोटों से की थी बेटी की शादी
जहूर ने करीब 5 साल पहले अपनी बेटी की शादी बड़ी धूमधाम से की थी। इस दौरान उसने शादी के खर्च के पेमेंट का एक बड़ा हिस्सा नकली नोट से किया। इसके अलावा वह गाड़ी सुधरवाने और बड़े-बड़े पेमेंट करने में जाली नोट ठिकाने लगा देता था।

पाकिस्तान तक पहुंचे तार
भोपाल क्राइम ब्रांच के अब तक हत्थे चढ़े आरोपियों से पूछताछ के बाद नकली नोट के कारोबार के तार पाकिस्तान और बांग्लादेश से जुड़ गए हैं। क्राइम ब्रांच ने दिसंबर, 2014 में तलैया निवासी रिजवान अहमद (50) को नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। रिजवान की मदद से रेलवे स्टेशन पर क्राइम ब्रांच ने 28 दिसंबर को बिहार से आए खुर्शीद को गिरफ्तार किया था।

उसकी निशानदेही पर नेपाल निवासी गैसूल और जौवाद को 20 हजार स्र्पए के नगली नोट के साथ गिरफ्तार किया था। क्राइम ब्रांच की टीम बीते दो महीने में करीब 8 लाख स्र्पए के नकली नोट जब्त कर चुकी है। क्राइम ब्रांच ने सीआईडी से पत्र लिखकर इस मामले में इंटरपोल से भी मदद मांगी है।


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