भोपाल। राजधानी में अवैध रूप से भ्रूण लिंग परीक्षण के संदेह में एक सोनोग्राफी सेंटर को सील कर दिया गया है। शुक्रवार को प्रशासन की टीम ने टीटी नगर में काटजू अस्पताल के सामने स्थित चरक सोनोग्राफी सेंटर पर छापा मारकर यह कार्रवाई की। यह सेंटर काटजू अस्पताल में ही पदस्थ रेडियोलॉजिस्ट डॉ. एनपी अग्रवाल की पत्नी डाॅ. विमला अग्रवाल के नाम पर रजिस्टर्ड है। उनकी बेटी यहां सोनोग्राफी करती हैं।
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को लगातार शिकायतें मिल रही थी कि इस सेंटर पर मनमाने ढंग से सोनोग्राफी हो रही है। शुक्रवार दोपहर टीटी नगर एसडीएम मनोज सरयाम के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम सेंटर पर पहुंची। टीम ने धर्मवती नामक महिला की सोनोग्राफी के लिए भरे गए एफ-फॉर्म की जांच की। जांच में पता चला कि फॉर्म को पूरा भरे बिना ही महिला के हस्ताक्षर ले लिए थे।
क्या होता है एफ-फॉर्म
इंडियन रेडियोलॉजिकल एंड इमेजिंग एसोसिएशन के वाइस चेयरमेन डॉ. शैलेष लूनावत ने बताया कि किसी भी गर्भवती महिला की सोनोग्राफी करने से पहले एफ-फॉर्म भरना जरूरी है। इस फॉर्म में महिला और उसकी बीमारी से संबंधित सारी जानकारी लिखी जाती है। फॉर्म में यह सुनिश्चित किया जाता है कि भ्रूण लिंग जांच के लिए तो सोनोग्राफी नहीं कराई जा रही। यहां फॉर्म खाली था, लेकिन उस पर धर्मवती नामक महिला के दस्तखत थे।
छापा पड़ते ही चली गईं संचालक
छापे की कार्रवाई के वक्त डॉ. विमला अग्रवाल सेंटर पर ही मौजूद थीं, लेकिन कुछ देर बाद वे किसी अधिकारी को बताए बिना ही सेंटर छोड़कर चली गईं। टीम के सदस्य उनका इंतजार करते रहे लेकिन वे नहीं लौटी। इसके बाद अधिकारियों ने सेंटर पर मौजूद दो महिला कर्मचारियों के बयान दर्ज कर लिए।