भोपाल। 10वीं की एक छात्रा ने अपने पापा की प्रॉबलम साल्व करने का एक इनोवेटिव आइडिया यूज किया है। जिस प्रॉबलम को पापा तमाम मशक्कतों के बाद भी साल्व ना कर पाए उसे उनकी बेटी की एक चिट्टी ने साल्व कर दिया। पढ़िए यह खबर:—
मैडम! मेरे पिता का तबादला ऐसे स्कूल में कर दिया गया है, जहां प्रिंसिपल का पद नहीं है। इस वजह से पिछले छह माह से उन्हें पगार नहीं मिल पा रही है। रुपए न होने पर न तो स्कूल की फीस जमा कर पा रही हूं, न कोचिंग की।
इस तरह की गुहार दसवीं की एक छात्रा ने पत्र के जरिए राज्य बाल संरक्षण आयोग से लगाई है। आयोग की अध्यक्ष ऊषा चतुर्वेदी ने बताया कि शनिवार को पत्र के जरिए एक शिकायत मिली है। इसमें अशोकनगर से छात्रा ने बताया कि उसके पिता रायसेन जिले में प्रिंसिपल के पद पर पदस्थ थे। उनका तबादला अशोकनगर में जिस स्कूल में किया गया है, उसमें प्रिंसिपल का पद नहीं है।
इस वजह से पिछले 5-6 माह से पिता को वेतन नहीं मिल रहा है। इससे पूरा परिवार आर्थिक तंगी का शिकार हो गया है। मेरे स्कूल और कोचिंग की भी फीस नहीं जमा हो पा रही है। इससे पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। आयोग ने इस मामले में संज्ञान लिया है। सोमवार को इस प्रकरण के बारे में लोक शिक्षण संचालनालय को पत्र लिखकर वस्तुस्थिति स्पष्ट करने को कहा जाएगा।