भोपाल। अब 15 से 18 साल तक के किशोर भी इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल कर सकेंगे। उनके लिए खाते से पैसा निकालने की कोई सीमा भी नहीं रहेगी। उन्हें इंटरनेट बैंकिंग के अलावा मोबाइल बैंकिंग और फंड ट्रांसफर की छूट भी मिलेगी। किशोरों को उनके नाम और सिग्नेचर वाले पर्सनल एटीएम कार्ड जारी किए जाएंगे। सरकारी क्षेत्र के आंध्रा बैंक ने भोपाल में यह सुविधा शुरू कर दी है।
अब तक किशोर अपना बैंक खाता अभिभावक के संरक्षण में उनकी स्वीकृति से ही खोल सकते थे। आरबीआई ने बीते दिनों इससे संबंधित नियम में संशोधन कर दिया है। उसने 15 से 18 साल वालों को भी अपने स्तर पर ही खाता खोलने तथा उसके संचालन की अनुमति दे दी है। नई योजना में खाते के संचालन में किशोरों के सिग्नेचर की वेलिडिटी भी किसी एडल्ट की तरह होगी। ये बैंक रिकॉर्ड में रहेंगे।
आंध्रा बैंक के भोपाल जोन के उपमहाप्रबंधक प्रसाद राव वदलामनी ने बताया कि स्कूलों में कैंप कर छात्रों को योजना की जानकारी दी जाएगी। अगर अभिभावक चाहें तो अपना मोबाइल फोन नंबर बैंक में रजिस्टर कराकर किशोरों के बैंक खातों में होने वाले हर लेन-देन का एसएमएस अलर्ट मंगवा सकते हैं।
ये बैंक जल्द लॉन्च करेंगे स्कीम, अभी यह सुविधा
एसबीआई: किशोरों का बैंक खाता खोलने की सुविधा, लेकिन इंटरनेट, मोबाइल बैंकिंग नहीं। जल्द ही यह सुविधा शुरू करेगा।
कैनरा बैंक: किशोर बैंक खाता खोल सकते हैं। लेकिन माता-पिता के हस्ताक्षर से। विड्राल सुविधा 10 हजार रुपए तक की।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र: 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए खाते खोले जाते रहे हैं। नए नियमों के तहत अभी खाते नहीं खोले हैं।