भोपाल। ट्रैफिक नियम तोड़ने पर पुलिस ने अब ई-चालान की रसीद के साथ वाहन चालक को उसकी गलती का अहसास कराना भी शुरू कर दिया है। पुलिस ई-चालान पर वह तस्वीर भी लगा कर वाहन चालक के पते पर भेज रही है, जिस गलती पर चालानी कार्रवाई की गई है। दरअसल, ट्रैफिक पुलिस ने इसके लिए ई-चालान सॉफ्टवेयर तैयार करवाया है। इसके जरिए रोजाना काटे जाने वाले ई-चालान की संख्या तीन गुनी तक बढ़ गई है।
अब तक ट्रैफिक पुलिस यह काम रसीद कट्टों से करती रही है। ट्रैफिक डीएसपी महेंद्र जैन का कहना है कि इसमें काफी समय भी लगता था, साथ ही अनियमितता की संभावनाएं भी ज्यादा थीं। ट्रैफिक पुलिस द्वारा तैयार करवाए गए ई-चालान सॉफ्टवेयर को सिटी सर्विलांस सिस्टम के साथ जोड़ दिया गया है। अब शहर के चौराहों/तिराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिए ट्रैफिक नियम तोडऩे वाले वाहन की तस्वीर अब रिकॉर्ड की जाएगी।
यह तस्वीर उस सर्वर में पहुंचाई जाएगी, जहां ई-चालान का फॉर्म पहले से फीड रहेगा। यह सर्वर आरटीओ की वेबसाइट से लिंक्ड है। तस्वीर में दिख रहे वाहन क्रमांक के जरिए वाहन मालिक की पूरी जानकारी ई-चालान फॉर्म में अंकित हो जाएगी। फॉर्म में वह तस्वीर भी नजर आएगी, जिसे लेकर चालान बनाया गया है। इसके बाद इसे प्रिंटर की मदद से निकाल कर संबंधित के पते पर भेज दिया जाएगा।
तीन गुना बढ़े ई-चालान
ई-चालान सॉफ्टवेयर से प्रयोग के तौर पर फिलहाल कुछ कैमरों को ही जोड़ा गया है। इससे ई-चालान बनाने की संख्या रोजाना सौ से बढ़कर तीन सौ हो गई है। रसीद-कट्टों से चालान बनाकर संबंधित के पते पर भेजने में पुलिस को प्रति चालान करीब आठ रुपए का खर्च आता था। डीएसपी जैन का कहना है कि इस तकनीक से यह खर्च कम किया जा सकता है।
सिटीजन कॉप से भी जुड़ा है सॉफ्टवेयर
पुलिस के लिए सिटीजन कॉप तैयार करने वाले राकेश जैन ने ही ई-चालान सॉफ्टवेयर तैयार किया है। उनके मुताबिक इसे सिटीजन कॉप से भी जोड़ दिया गया है। किसी वाहन चालक की गलती को यदि कोई पुलिसकर्मी अपने कैमरे में कैद करता है तो चालानी कार्रवाई के लिए उसे सिटीजन कॉप पर यह तस्वीर भेजनी होगी। इसके साथ उस व्यक्ति की लोकेशन भी सर्वर को मिल जाएगी। इसके बाद की प्रक्रिया सर्वर के जरिए पूरी कर ई-चालान का प्रिंट निकाला जा सकता है।