सतना। रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक युवक से साढे पांच लाख रुपए की ठगी करने वाले जालसाज सुरेन्द्र अहिरवार को सिटी कोतवाली पुलिस ने उप्र के झांसी से गिरफ्तार कर लिया। नौकरी पाने की चाहत में शहर के धवारी निवासी आकाश द्विवेदी ने उसे यह रकम दी थी।
सिटी कोतवाली पुलिस ने आरोपी सुरेन्द्र अहिरवार पिता नरपत अहिरवार के विरुद्ध इसी वर्ष 27 जनवरी को धारा 420, 467, 468 के तहत अपराध पंजीबद्घ किया था। ठगी के शिकार हुए आकाश द्विवेदी की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक वह दिल्ली के एक निजी कंपनी में नौकरी करता है।
दिल्ली में वह जिस रेस्टोरेंट में खाना खाने जाया करता था वहीं उसकी मुलाकात सुरेन्द्र अहिरवार पिता नरपत अहिरवार से हुई। धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती गहराई। सुरेन्द्र ने अपने मित्रों राजू सिंह, मनोज झा, यदुनाथ शर्मा, विजय सिंह, शैलेन्द्र सिंह, वसीम व अन्य की मुलाकात आकाश से कराई। सुरेन्द्र ने अपने पिता का परिचय रेलवे के सेवानिवृत्त अधिकारी के तौर पर देते हुए आकाश से कहा कि यदि वह रकम खर्च कर दे तो उसकी नौकरी रेलवे में लगवा देगा।
जालसाज सुरेन्द्र की बातों पर आकर आकाश नौकरी पाने के लालच में रकम देने को तैयार हो गया। आकाश ने सुरेन्द्र को साढे पांच लाख रुपए दिए। लेकिन रकम मिलने के बाद सुरेन्द्र लापता हो गया। कुछ दिन पहले कोतवाली पुलिस को उसके झांसी में होने की खबर मिली थी।लिहाजा कोतवाली पुलिस की एक टीम ने झांसी में उसके ठिकाने पर छापा मारा। उसे गिरफ्तार कर सतना लाया गया। जहां न्यायालय से उसे जेल भेज दिया गया।