पुलिस में भर्ती कराने 1 लाख कमीशन लेता था आईएएस अफसर का दामाद

भोपाल। आधा दर्जन आरक्षकों को व्यापमं की आरक्षक भर्ती परीक्षा में उत्तीर्ण कराने वाले आईएएस के दामाद तरंग शर्मा की गुरुवार को केंद्रीय जेल जाकर एसटीएफ ने औपचारिक गिरफ्तारी की।

तरंग ने व्यापमं की आरक्षक भर्ती परीक्षा में दलाल की भूमिका निभाता था, जिसने व्यापमं अफसरों की मिलीभगत से करीबी आधा दर्जन उम्मीदवारों का चयन आरक्षक भर्ती परीक्षा में कराया था। उधर, एसटीएफ की एक अन्य टीम ने इंदौर जेल में बंद व्यापमं के पूर्व नियंत्रक पंकज त्रिवेदी, नीतिन मोहिंद्रा, अजय सेन, सीके मिश्रा, सुधीर गुप्ता की भी इसी मामले में औपचारिक गिरफ्तारी कर ली है। आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश गत चार दिन पूर्व एसटीएफ ने न्यायालय से लिए थे। सूत्रों के अनुसार इस मामले में एसटीएफ आरोपियों को जल्द ही न्यायालय के आदेश से पूछताछ के लिए पीआर पर लेगी।

एक लाख खुद, तीन लाख व्यापमं अफसरों को
एसटीएफ के अनुसार आरक्षक भर्ती के लिए तरंग शर्मा उम्मीदवारों से 4 लाख रुपए लेता था, करीब एक लाख रुपए खुद रखने के बाद 3 लाख रुपए की रकम व्यापमं अफसरों नीतिन मोहिंद्रा व पंकज त्रिवेदी को देता था।

फर्जी आरक्षक जमानत पर
तरंग शर्मा के माध्यम से आरक्षक भर्ती परीक्षा में चयनित होने वाले आरक्षकों को एसटीएफ गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी थी, जो कि वर्तमान में जमानत पर हैं।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !