भोपाल। प्रदेश में महिलाओं के लिए समाज सेवा अब रोजगार का जरिया बनने जा रही है। सरकार आगामी 1 जुलाई से भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय के जरिए हर साल दस हजार महिलाओं को सामाजिक क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए बैचलर ऑफ सोशल वर्क (कम्युनिटी लीडरशिप) की डिग्री पाठ्यक्रम शुरू करने जा रही है। देश में मध्यप्रदेश ऐसा पहला राज्य है जो स्व सहायता समूहों, स्थानीय निकाय और जिला जनपद पंचायतों में सक्रिय महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर देने का यह अनूठा पाठ्यक्रम शुरु करेगा।
पाठ्यक्रम में 22 विभागों की 176 योजनाओं को शामिल किया गया है। डिग्री प्राप्त करने वाली महिलाओं को सरकारी नौकरियों में तो प्राथमिकता दी ही जाएगी, उन्हें स्वरोजगार के लिए कर्ज भी उपलब्ध कराया जाएगा। पाठ्यक्रम में शामिल विषयों पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को भोज मुक्त विवि में देश और प्रदेश के शिक्षाविद शामिल हो रहे हैं। इसके बाद पाठयक्रम प्रारूप को राज्यपाल की अनुमति के लिए भेजा जाएगा।
पाठ्यक्रम में शामिल प्रमुख योजनाएं
क्चपंचायत एवं ग्रामीण विकास से संबद्ध मनरेगा, समग्र स्वच्छता अभियान, मुख्यमंत्री पेयजल योजना, इंदिरा आवास योजना। क्चमहिला एवं बाल विकास की योजनाओं में सबला, लाड़ली लक्ष्मी और इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना। क्चस्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की योजनाओं में विजयाराजे जननी योजना, जननी एक्सप्रेस योजना और धनवंतरी विकास खंड योजना समेत अन्य योजनाएं।
क्चसामाजिक न्याय विभाग से संबद्ध इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना, राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान और निशक्त विवाह प्रोत्साहन योजना। क्चस्कूल शिक्षा की योजनाओं में मध्यान्ह भोजन वितरण, डकैत प्रभावित क्षेत्रों में आत्मसमर्पण कर चुके डकैतों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति।